11 सितंबर को अरवल बंद: भाकपा माले

आख़िर तक
3 Min Read
बढ़ते अपराध के खिलाफ विरोध में 11 सितंबर को अरवल बंद: भाकपा माले

बढ़ते अपराध के खिलाफ भाकपा(माले) ने 11 सितंबर को अरवल बंद का आह्वान किया

अरवल जिले में बढ़ते अपराध के खिलाफ भाकपा माले पार्टी द्वारा 11 सितंबर 2024 को अरवल बंद का आह्वान किया गया है। मुख्य उद्देश्य जिले में बढ़ते अपराधों के खिलाफ विरोध करना और प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग करना है। इस आह्वान के पीछे तात्कालिक कारण अरवल जिले के किंजर थाना क्षेत्र में भाकपा-माले नेता सुनील चंद्रवंशी की गोली मारकर हत्या हो जाना बताया जा रहा है । इस वारदात में तीन बाइक सवार हमलावरों ने सुनील को 6 गोलियां मारीं, जिसमें सीने, सिर और हाथ पर दो-दो गोलियां लगीं। यह घटना सोमवार देर रात की है, जब सुनील इमामगंज करपी मार्ग के पास स्थित राइस मिल के नजदीक से गुजर रहे थे। हमलावर हथियार लहराते हुए वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए।

घटनास्थल पर पहुंचकर अरवल के स्थानीय विधायक कॉ० महानंद सिंह, अगीआवं के विधायक कॉ० शिव प्रकाश, और घोसी के विधायक कॉ० रामबली यादव ने स्थिति का जायजा लिया। इन नेताओं ने भाकपा माले के जिला कमिटी सदस्य कॉ० सुनील चन्द्रवंशी की शव यात्रा में भी भाग लिया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस विरोध प्रदर्शन में भाकपा माले के जिला सचिव जितेन्द्र यादव, नगर परिषद अध्यक्ष साधना कुमारी, उपाध्यक्ष जमीला खातून, और जिला परिषद सदस्य कॉ० शाह शाद भी शामिल हुए। इनके अलावा भाकपा माले के अन्य सदस्य जैसे त्रिभुवन शर्मा, रवीन्द्र यादव, रामाकान्त कुमार टुन्ना, और नंदकिशोर प्रसाद ने भी इस आयोजन में भाग लिया।

विरोध प्रदर्शन के दौरान जनता और नेताओं ने प्रशासन से मांग की कि जिले में बढ़ रहे अपराधों पर तत्काल रोक लगाई जाए। उनका कहना था कि प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए ताकि अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके और जिले में शांति बहाल की जा सके। विरोध प्रदर्शन के दौरान किंजर और करपी थानों के अध्यक्षों ने सुरक्षा का जिम्मा संभाला। पूरी सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस बल तैनात किया गया ताकि कोई भी अप्रिय घटना न घट सके।

इस विरोध में बड़ी संख्या में स्थानीय जनता ने भाग लिया और प्रशासन के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। लोगों ने जोर देकर कहा कि अगर प्रशासन अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करता है, तो भविष्य में ऐसे विरोध प्रदर्शन और तेज होंगे।

भाकपा माले ने कहा कि अरवल बंद का उद्देश्य प्रशासन को यह संदेश देना है कि जनता अब अपराधों के खिलाफ और भी जागरूक हो रही है और वो अपने हक और सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। प्रशासन को अब अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी और जिले में बढ़ते अपराधों पर लगाम लगानी होगी।


Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

करवा चौथ: महत्व और उत्सव खोया हुआ मोबाइल कैसे ढूंढे: आसान और तेज़ तरीके