आश्रय गृह की स्थिति गंभीर: संकट का खुलासा
दिल्ली के आशा किरण आश्रय गृह में एक कर्मचारी ने हाल ही में कैदियों की गंभीर स्थिति का खुलासा किया है। कर्मचारी ने गुमनाम रहने की शर्त पर बताया कि आश्रय का संतुलित आहार अब बहुत कम हो गया है। वर्तमान में, 25 कैदी तपेदिक से पीड़ित हैं, जो आश्रय की गंभीर स्थिति को दर्शाता है।
चार साल पहले, आश्रय में चावल, दाल, चपाती, सब्जियां और फल शामिल थे, लेकिन अब यह बहुत कम हो गया है। इस कमी के कारण निवासियों की सेहत में गिरावट आई है, जिसमें तपेदिक के मामले बढ़ गए हैं। आश्रय की क्षमता 500 है, लेकिन वर्तमान में 950 लोग रह रहे हैं, जिससे भीड़भाड़ की समस्या बढ़ गई है।
स्वास्थ्य परिदृश्य और भीड़भाड़ की समस्याएँ
हाल ही में एक उप-डिवीजनल मजिस्ट्रेट (SDM) की जांच में पता चला कि पिछले 20 दिनों में 14 कैदियों की मौत हो गई है। इनमें से केवल एक नाबालिग था। अधिकांश मृतक वयस्क थे, जिनमें आठ महिलाएं और छह पुरुष शामिल हैं। SDM कार्यालय पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है, जिसे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) को प्रस्तुत किया जाएगा।
NCW ने दिल्ली सरकार की लापरवाही की आलोचना की है, और अध्यक्ष रेखा शर्मा ने सरकार की निष्क्रियता की आलोचना की है। जवाब में, दिल्ली मंत्री अतिशी ने 48 घंटों के भीतर एक मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है। उन्होंने आश्वस्त किया कि मजिस्ट्रेट रिपोर्ट के बाद तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
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