ब्रिटेन में पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स के खौफनाक खुलासे

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ब्रिटेन में पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स के खौफनाक खुलासे

आख़िर तक – एक नज़र में

ब्रिटेन में पाकिस्तानी मूल के गैंग्स की गतिविधियों के खुलासे ने पूरे समाज को हिलाकर रख दिया है। इन गैंग्स ने 11 से 15 साल की लड़कियों का शिकार किया, जिन्होंने दर्दनाक बलात्कार और मानसिक उत्पीड़न का सामना किया। अधिकारियों ने इन अपराधों पर चुप्पी साधी, जिससे गैंग्स और अधिक बलवान हो गए। ये गैंग्स लड़कियों को लगातार मानसिक दबाव और हिंसा का शिकार बनाते थे। यहां तक कि कई लड़कियों ने अपनी जान को खतरे में महसूस किया।


आख़िर तक – विस्तृत समाचार

ग्रूमिंग गैंग्स और उनकी भयावह कार्रवाइयाँ

ब्रिटेन में पाकिस्तानी ग्रूमिंग गैंग्स ने पिछले तीन दशकों से कई नाबालिग लड़कियों को निशाना बनाया है। इन गैंग्स के सदस्य लड़कियों को उनकी मासूमियत और अकेलेपन का फायदा उठाकर अपने जाल में फंसा लेते थे। रॉथरहैम, ऑल्डहम और टेलफोर्ड जैसे शहरों में ये गैंग्स सक्रिय थे, और इन गैंग्स के शिकार बनी लड़कियाँ किसी अपराध के बारे में बात करने में असमर्थ महसूस करती थीं क्योंकि उन्हें लगातार धमकी दी जाती थी।

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ब्रिटेन में इनके द्वारा किए गए अपराधों की गहराई को समझना काफी कठिन है, लेकिन उनके काम करने के तरीके और इन अपराधों के बहुत बड़े प्रभाव पर गहरा शोध हुआ है। ये गैंग्स संगठित रूप से लड़कियों को लव ट्रायंगल में फंसा कर उन्हें अपनी कब्ज़े में ले लेते थे, जहाँ से निकलने के कोई रास्ते नहीं होते थे।

पीड़िताओं की कहानियाँ

  1. जेसिका की कहानी
    जेसिका (बदला हुआ नाम), 14 वर्ष की उम्र में एक पाकिस्तानी युवक अर्शिद हुसैन के जाल में फंसी। अर्शिद ने शुरू में जेसिका से दयालुता से पेश आकर उसे लुभाया, लेकिन जल्द ही उसने मानसिक और शारीरिक हिंसा को एक दिनचर्या बना लिया। जेसिका को अपने परिवार से अलग किया गया और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
  2. लुईस की भयावह कहानी
    लुईस (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उसे टेलफोर्ड में 100 से अधिक पुरुषों द्वारा बलात्कार का शिकार बनाया गया। उसने अपनी भयावह स्थिति के बारे में पुलिस को जानकारी देने की कोशिश नहीं की, क्योंकि उसे और उसके परिवार को निरंतर जान से मारने की धमकियां दी जाती थीं।
  3. लूसी लोव की दर्दनाक हत्या
    लूसी लोव (16 वर्ष) को जुलाई 2000 में उसके घर में जिंदा जलाने की घटना घटी, जिसमें उसकी मां और बहन भी मर गईं। यह हादसा स्थानीय अपराधी अज़हर अली महमूद के कारण हुआ, जो लूसी के साथ नाबालिग अवस्था से संबंध रखता था। उसे कई बार यौन शोषण किया गया था और बाद में जलाकर मार दिया गया।

प्रशासन की विफलता

ब्रिटेन के अधिकारियों द्वारा इन अपराधों को अनदेखा किया गया और कई बार आरोपियों को सांस्कृतिक संवेदनशीलताओं के कारण बलात्कारी परिस्थितियों के बावजूद जांच से बाहर रखा गया। पुलिस और सामाजिक सेवाओं की ओर से कोई भी ठोस कदम नहीं उठाए गए, जिसका परिणाम यह हुआ कि ये गैंग्स और अधिक सक्रिय हुए।

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उनके इन शातिर अपराधों के बारे में शिकायत करने वाली लड़कियाँ मदद से बहुत दूर रहती थीं। उनकी आवाज़ें दबाई जाती थीं, और कई बार उनके मामलों को मजबूरी के कारण दबाया जाता था।

समाप्ति: समय की मांग न्याय

आज के समय में ब्रिटेन में न्याय की मांग अधिक से अधिक जोर पकड़ती जा रही है। अब समय आ गया है कि समाज इन अपराधों का सही तरीके से सामना करे और प्रशासन अपनी जिम्मेदारी समझे। पीड़ितों को न्याय देने के लिए विशेष कदम उठाए जाने चाहिए ताकि ये शोषण और हिंसा खत्म हो सके।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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