आखिर तक – इन शॉर्ट्स:
- साइक्लोन डाना से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी तबाही की आशंका, 6 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के सीएम से बात कर तैयारियों का जायजा लिया।
- कई ट्रेनों और उड़ानों को रद्द किया गया, नौसेना और बचाव दल तैनात हैं।
आखिर तक – इन डेप्थ:
साइक्लोन डाना, जो एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका है, से ओडिशा और पश्चिम बंगाल को भारी नुकसान होने की आशंका है। ओडिशा में 3.5 लाख और पश्चिम बंगाल में 2.4 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया गया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माजी ने बताया कि राज्य के ज्यादातर तटीय इलाकों में 120 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने का अनुमान है। चक्रवात के लैंडफॉल की संभावना भितरकनिका नेशनल पार्क और धामरा बंदरगाह के बीच जताई गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा के सीएम से दो बार बात कर तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने एनडीआरएफ और ओड्राफ टीमों के तैनाती के बारे में भी जानकारी ली। ओडिशा और पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर बचाव और राहत कार्य चल रहे हैं, जबकि भुवनेश्वर और कोलकाता हवाई अड्डों को बंद कर दिया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बताया कि राज्य के कई जिलों में भारी बारिश और बाढ़ की आशंका है। इस दौरान 400 से अधिक ट्रेनों को रद्द किया गया है, और लोगों को राहत शिविरों में पहुंचाया जा रहा है।
ओडिशा के राजस्व मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि तटीय इलाकों में 2,131 गांवों पर चक्रवात का सीधा प्रभाव पड़ेगा। राज्य में नौसेना, एनडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन ने 4,756 राहत केंद्रों में सुरक्षित स्थानों पर लोगों को पहुंचाया है। राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए सैकड़ों ट्रक और नावें तैयार की गई हैं। राज्य के सबसे प्रभावित जिलों में केंद्रपारा, भद्रक और बालासोर शामिल हैं, जहां चक्रवात की वजह से भारी बारिश और बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
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