भारतीय खिलाड़ियों की ओलंपिक में चौथे स्थान की निराशा

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भारतीय खिलाड़ियों की ओलंपिक में चौथे स्थान की निराशा

पेरिस 2024 ओलंपिक्स में, भारतीय खिलाड़ी अर्जुन बाबूटा ने चौथे स्थान पर आकर पदक की दौड़ से बाहर हो गए हैं। यह घटना भारत के ओलंपिक इतिहास में चौथे स्थान पर आने की निराशाजनक प्रवृत्ति को दर्शाती है।

अर्जुन बाबूटा का प्रदर्शन

अर्जुन बाबूटा ने चातोरेक्स शूटिंग रेंज में पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में शानदार प्रदर्शन किया। हालांकि, उनका अंतिम शॉट 9.5 अंक का था, जिसने उन्हें चौथे स्थान पर रखा।

बाबूटा का यह पहला ओलंपिक था, और इससे पहले उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम इवेंट में भी छठा स्थान प्राप्त किया।

भारत के चौथे स्थान के अन्य उदाहरण

  1. नेविल डी’सूजा (1956, मेलबर्न): भारतीय फुटबॉल टीम सेमीफाइनल में पहुंची, लेकिन युगोस्लाविया के खिलाफ हार के बाद कांस्य पदक मैच में 0-3 से हार गई।
  2. मिल्खा सिंह (1960, रोम): “फ्लाइंग सिख” ने 400 मीटर फाइनल में चौथा स्थान प्राप्त किया, कांस्य पदक से मात्र 0.1 सेकंड पीछे रह गए।
  3. PT उषा (1984, लॉस एंजेलिस): उषा 400 मीटर हर्डल्स में कांस्य पदक से 1/100 सेकंड पीछे रही।
  4. लीander पेस और महेश भूपति (2004, एथेंस): उन्होंने पुरुषों की युगल टेनिस में चौथा स्थान प्राप्त किया।
  5. जॉयदीप कर्माकर (2012, लंदन): 50 मीटर राइफल प्रोन इवेंट में चौथे स्थान पर रहे।
  6. दीपा कर्माकर (2016, रियो डि जेनेरियो): महिलाओं की वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रही।
  7. भारतीय महिला हॉकी टीम (2020, टोक्यो): ग्रेट ब्रिटेन से कांस्य पदक मैच में हार के बाद चौथे स्थान पर रही।
  8. अदिति अशोक (2020, टोक्यो): महिला गोल्फ में चौथे स्थान पर रही, कांस्य पदक से मात्र कुछ अंक दूर।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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