आख़िर तक – एक नज़र में
- अयातुल्ला अली खामेनेई ने नेतन्याहू और इजरायली अधिकारियों को मौत की सजा की मांग की।
- आईसीसी ने नेतन्याहू और एक हमास नेता के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं।
- खामेनेई ने कहा कि गिरफ्तारी वारंट पर्याप्त नहीं है; मौत की सजा जरूरी है।
- आईसीसी ने इजरायली नेताओं पर गाज़ा में युद्ध अपराधों के आरोप लगाए हैं।
- इजरायल ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
पृष्ठभूमि: अंतर्राष्ट्रीय विवाद
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट की निंदा की। उन्होंने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनके पूर्व रक्षा प्रमुख पर “युद्ध अपराधों” का आरोप लगाते हुए मौत की सजा की मांग की।
आईसीसी का निर्णय और प्रतिक्रिया
आईसीसी के न्यायाधीशों ने पाया कि गाज़ा में नागरिकों के खिलाफ व्यवस्थित हमलों में नेतन्याहू और योआव गैलेंट जिम्मेदार हैं। उन्होंने हत्या, उत्पीड़न और भूख को हथियार के रूप में इस्तेमाल करने जैसे गंभीर आरोप लगाए।
इजरायली पक्ष और वैश्विक प्रतिक्रियाएं
इजरायल ने इन आरोपों को “शर्मनाक” बताया और ICC के अधिकार क्षेत्र को अस्वीकार कर दिया। दूसरी ओर, गाज़ा के निवासियों ने इस फैसले का स्वागत किया।
हमास नेता पर आरोप
हमास नेता इब्राहिम अल-मसरी पर अक्टूबर 2023 में इजरायल पर हमले में शामिल होने, सामूहिक हत्या और बंधकों को लेने का आरोप है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- खामेनेई ने इजरायली नेताओं को मौत की सजा देने की मांग की।
- आईसीसी ने नेतन्याहू के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया।
- इजरायल ने सभी आरोपों को खारिज किया है।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.