आख़िर तक – इन शॉर्ट्स:
- ऑस्ट्रेलियाई संसद में, राजा चार्ल्स के स्वागत के दौरान, आदिवासी सीनेटर लीडिया थॉर्प ने औपनिवेशिक विरोधी नारों से उनका विरोध किया।
- “आप मेरे राजा नहीं हैं,” थॉर्प ने कहा, और सुरक्षा कर्मियों द्वारा बाहर ले जाया गया।
- यह राजा चार्ल्स की पहली ऑस्ट्रेलियाई यात्रा थी, और वह संसद में भाषण दे रहे थे जब यह घटना हुई।
आख़िर तक – इन डेप्थ:
कैनबरा में, राजा चार्ल्स के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान संसद में भारी विवाद खड़ा हुआ। आदिवासी सीनेटर लीडिया थॉर्प ने ऑस्ट्रेलियाई संसद के अंदर, राजा चार्ल्स का विरोध करते हुए कहा, “आप मेरे राजा नहीं हैं।” थॉर्प ने उनके खिलाफ औपनिवेशिक अन्याय के आरोप लगाए और उन्हें ऑस्ट्रेलिया की ज़मीन वापस करने की मांग की।
संसद में भाषण देते समय, राजा चार्ल्स और रानी कैमिला वहां उपस्थित थे, तभी थॉर्प ने उठकर नारे लगाए, “यह आपकी ज़मीन नहीं है। आप हमारे राजा नहीं हैं।” थॉर्प के तीखे शब्दों के बीच, सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें सभागृह से बाहर ले जाया। थॉर्प का यह प्रदर्शन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया।
पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने इस घटना की आलोचना की और इसे “राजनीतिक प्रदर्शन” करार दिया, जबकि अन्य लोगों ने इसे लोकतंत्र की ताकत बताया। थॉर्प पहले भी राजशाही के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद कर चुकी हैं, और उनका यह विरोध भी एक बड़ा मुद्दा बन गया है।
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