महाकुंभ मेला 2025: इतिहास में सबसे बड़े भगदड़ हादसे

आख़िर तक
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महाकुंभ मेला 2025: इतिहास में सबसे बड़े भगदड़ हादसे

आख़िर तक – एक नज़र में:

  1. 2025 महाकुंभ मेला में प्रयागराज के संगम घाट पर भगदड़ हुई, जिसमें 10 लोगों की मौत हो गई।
  2. घटना के बाद दर्जनों लोग घायल हुए और उन्हें अस्पताल भेजा गया।
  3. यह घटना मऊनी अमावस्या के दिन हुई, जब लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए आए थे।
  4. कुंभ मेला के इतिहास में यह एक और भगदड़ की त्रासदी है, जिसे कई लोग अभी भी याद करते हैं।
  5. बचाव कार्य जारी हैं और अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार:

महाकुंभ मेला 2025 में भगदड़ की त्रासदी: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के दौरान बुधवार सुबह मऊनी अमावस्या के दिन संगम घाट पर एक दिल दहला देने वाली भगदड़ का मामला सामने आया। हजारों श्रद्धालु जब स्नान के लिए घाटों की ओर बढ़ रहे थे, तब एक सुरक्षा बैरियर गिरने के कारण अफरा-तफरी मच गई, जिससे कई लोग फंस गए और कुचले गए। प्राथमिक आंकड़ों के अनुसार, इस घटना में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।

घटना का विवरण और प्रभाव: घटना के बाद स्थानीय प्रशासन ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया और घायल लोगों को पास के अस्पतालों में भर्ती करवाया। बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुंचीं और स्थिति को नियंत्रित किया। सुरक्षा बैरियर की घटना के कारण भगदड़ की शुरुआत हुई और घायल हुए लोग बड़ी कठिनाई से बाहर निकाले गए। जिन लोगों को बचाया गया, उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल भेजा गया। इस घटना ने कुंभ मेला प्रशासन की व्यवस्था को सवालों के घेरे में ला दिया है।

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कुंभ मेला और पिछले भगदड़ हादसे: महाकुंभ मेला की ऐतिहासिक रूप से बड़ी लोकप्रियता और इसके विशाल आकार के कारण, यहां से जुड़ी भगदड़ की घटनाएं अतीत में भी सुर्खियां बन चुकी हैं। 1954 में पहला बड़ा हादसा हुआ था, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए थे। 1986 में हरिद्वार में भी एक और भयावह भगदड़ हुई, जिसमें 200 लोगों की जान गई थी। 2003 और 2013 में भी अन्य भगदड़ की घटनाएं देखने को मिलीं, जो कुंभ मेला की भीड़ को नियंत्रण करने की आवश्यकता को साफ दर्शाती हैं।

महाकुंभ 2025 के इतिहास पर असर: 2025 महाकुंभ मेले में इस हादसे से श्रद्धालुओं के बीच आस्था के संकट का सामना किया जा सकता है, लेकिन साथ ही प्रशासन की ओर से जल्द ही सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे। 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ में अब तक लाखों श्रद्धालु श्रद्धा से भाग ले रहे हैं। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में इस तरह के हादसे न हों, ताकि मेले की सकारात्मक छवि बनी रहे।

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आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें:

महाकुंभ मेला 2025 में संगम घाट पर हुई भगदड़ ने 10 श्रद्धालुओं की जान ले ली और दर्जनों घायल हुए। यह भगदड़ मऊनी अमावस्या के दिन हुई, जो कुंभ मेला इतिहास में एक और दुखद घटना का हिस्सा बन गई। प्रशासन ने तुरंत बचाव कार्य शुरू किया, और स्थिति नियंत्रित की गई। इस हादसे से कुंभ मेले की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।


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आख़िर तक मुख्य संपादक
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