आख़िर तक – एक नज़र में
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने INDIA गठबंधन के कामकाज पर असंतोष जताया।
- उन्होंने कहा कि वे इस गठबंधन की संस्थापक सदस्य रही हैं और नेतृत्व करने में सक्षम हैं।
- ममता बनर्जी ने नेतृत्व की जिम्मेदारी मिलने पर बेहतर संचालन का आश्वासन दिया।
- तृणमूल कांग्रेस सांसद कीर्ति आजाद ने ममता को गठबंधन प्रमुख बनाने की मांग की।
- कांग्रेस ने इस प्रस्ताव को “अच्छा मज़ाक” बताते हुए खारिज कर दिया।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
ममता बनर्जी की नेतृत्व की इच्छा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को INDIA गठबंधन के कामकाज पर असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यदि उन्हें अवसर दिया जाए, तो वे इस विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं। ममता बनर्जी ने कहा, “मैंने INDIA गठबंधन की स्थापना की थी। अगर वर्तमान नेतृत्व इसे संभालने में असमर्थ है, तो मैं इसे संभाल सकती हूं।”
कीर्ति आजाद ने ममता को बताया सही चेहरा
तृणमूल कांग्रेस सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने ममता बनर्जी को गठबंधन के लिए उपयुक्त चेहरा बताया। उन्होंने कहा कि ममता का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ रिकॉर्ड और उनकी प्रशासनिक क्षमता उन्हें सही उम्मीदवार बनाते हैं।
कांग्रेस ने किया विरोध
कांग्रेस ने ममता बनर्जी को गठबंधन प्रमुख बनाए जाने के प्रस्ताव को “मज़ाक” करार दिया। कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने कहा कि INDIA गठबंधन के भीतर समन्वय का अभाव गंभीर समस्या है, और इसे सामूहिक रूप से सुलझाने की जरूरत है।
INDIA गठबंधन में असहमति
INDIA गठबंधन, जिसमें 20 से अधिक विपक्षी पार्टियां शामिल हैं, हाल ही में आंतरिक मतभेदों से जूझ रहा है। संसद के शीतकालीन सत्र में, तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने कई मुद्दों पर कांग्रेस से असहमति जताई। तृणमूल ने मुद्रास्फीति और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को उठाने की बात की, जबकि समाजवादी पार्टी ने अन्य मुद्दों पर जोर दिया।
क्या INDIA गठबंधन की एकजुटता खतरे में?
गठबंधन के भीतर समन्वय की कमी और प्राथमिकताओं में अंतर इसके कार्यप्रणाली को प्रभावित कर सकता है। इससे गठबंधन की एकजुटता और भविष्य पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- ममता बनर्जी ने INDIA गठबंधन की कार्यप्रणाली पर असंतोष व्यक्त किया।
- तृणमूल सांसद कीर्ति आजाद ने उन्हें गठबंधन प्रमुख बनाए जाने की मांग की।
- कांग्रेस ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया।
- गठबंधन में आंतरिक मतभेद और प्राथमिकताओं का टकराव बढ़ रहा है।
- INDIA गठबंधन की एकजुटता भविष्य में और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
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