मणिपुर में हिंसा के बढ़ते मामलों को लेकर राज्य के इम्फाल में सोमवार को एक बड़ी मशाल रैली का आयोजन किया गया। इस रैली में सैकड़ों प्रदर्शनकारी शामिल हुए जिन्होंने राज्य में फैलती हिंसा के प्रति अपनी नाराज़गी जताई।
हाल ही में मणिपुर के कई जिलों में हिंसा की एक नई लहर ने राज्य को हिलाकर रख दिया है। लगातार हो रही हिंसक घटनाओं और हत्याओं ने राज्य की स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।
प्रदर्शनकारियों ने राज्यपाल आवास के पास जुटकर मशालें थामीं और नारेबाजी की। उनकी मांग थी कि राज्य की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए तुरंत हस्तक्षेप किया जाए और हिंसा पर काबू पाया जाए।
इस प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों ने तुरंत स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हस्तक्षेप किया और भीड़ को तितर-बितर कर दिया। हालांकि, किसी भी प्रकार की चोट या गिरफ्तारी की खबर नहीं आई, लेकिन क्षेत्र में तनाव बढ़ा हुआ है और प्रशासन अलर्ट पर है।
इस बीच, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बिरेन सिंह ने राज्यपाल से मुलाकात की और राज्य की सुरक्षा और कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी वापस देने की मांग की।
हाल ही में केंद्रीय सरकार ने राज्य में कानून और सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा नियुक्त सुरक्षा सलाहकार को सौंप दी थी।
हाल की हिंसक घटनाओं के बाद, मणिपुर पुलिस ने क्षेत्र में एंटी-ड्रोन सिस्टम तैनात किए हैं और अतिरिक्त एंटी-ड्रोन गन्स और सिस्टम खरीदने की प्रक्रिया में है।
राज्य में मेइती और कुकी समूहों के बीच बढ़ते ड्रोन और रॉकेट हमलों ने संघर्ष को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है। इस संघर्ष में अब तक 200 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
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