आख़िर तक – एक नज़र में
मोदी और ट्रंप की मुलाकात में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। 26/11 के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर सहमति बनी। भारत और अमेरिका के बीच एफ-35 जेट डील की संभावना बढ़ी। दोनों देशों ने व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा। ट्रंप ने भारत के साथ सीमा विवाद में मध्यस्थता करने की पेशकश की। भारत अवैध नागरिकों को वापस लेने के लिए तैयार है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
मोदी-ट्रंप मुलाकात: 26/11 प्रत्यर्पण, एफ-35 जेट और व्यापार समझौते की झलक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई द्विपक्षीय वार्ता में व्यापार, रक्षा और आप्रवासन जैसे मुद्दों पर ज़ोर दिया गया। इस मुलाकात की मुख्य बातें 26/11 मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा का भारत को प्रत्यर्पण और एफ-35 जेट डील थीं। ट्रंप प्रशासन के पहले महीने में ही यह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
संयुक्त प्रेस ब्रीफिंग में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। भारत अमेरिका से अधिक तेल और गैस का आयात करेगा, जिससे व्यापार घाटा कम होगा। ट्रंप ने मोटरसाइकिल, धातु और तकनीकी उत्पादों पर भारत द्वारा शुल्क कम करने के कदमों का स्वागत किया।
ट्रंप और मोदी के बीच गर्मजोशी साफ़ देखी जा सकती थी। मोदी ने कहा कि “डील” शब्द पर केवल ट्रंप का “कॉपीराइट” है। ट्रंप ने जवाब में कहा कि मोदी उनसे “बहुत बेहतर वार्ताकार” हैं। यह दोस्ती और एफ-35 जैसे रक्षा सौदों के लिए शुभ संकेत है।
26/11 आरोपी का प्रत्यर्पण
एक बड़ी घोषणा 26/11 के आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण था, जो भारत की लंबे समय से मांग थी। ट्रंप ने कहा, “मेरे प्रशासन ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है, जो दुनिया के बहुत बुरे लोगों में से एक है, ताकि उसे भारत में न्याय मिल सके।”
एफ-35 जेट डील
रक्षा संबंधों को एक बड़ा बढ़ावा देते हुए, ट्रंप ने कहा कि अमेरिका भारत को “अरबों डॉलर” की सैन्य बिक्री बढ़ाएगा और देश को पांचवीं पीढ़ी के एफ-35 स्टील्थ जेट प्रदान करेगा। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बाद में कहा कि सौदा “प्रस्ताव चरण” में है। ‘जैवलिन’ एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल और ‘स्ट्राइकर’ इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल की नई खरीद और सह-उत्पादन व्यवस्था की भी घोषणा की गई। यह एफ-35 डील रक्षा क्षेत्र में महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी ने दोनों देशों की साझेदारी की प्रशंसा करते हुए ट्रंप के “MAGA” (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) नारे में अपना ट्विस्ट जोड़ा।
अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे
रूसी-यूक्रेन युद्ध के बारे में पूछे जाने पर, पीएम मोदी ने कहा कि भारत शांति के साथ खड़ा है, उन्होंने संकट को कम करने के लिए ट्रंप के प्रयासों की सराहना की।
बांग्लादेश संकट पर, डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी सरकार की भागीदारी की अटकलों को खारिज कर दिया।
अमेरिका द्वारा 104 भारतीयों को वापस भेजे जाने के बाद, पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत अमेरिका में अवैध रूप से रहने वाले “सत्यापित” नागरिकों को वापस लेने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
दोनों नेताओं ने रक्षा, एआई, सेमीकंडक्टर, ऊर्जा और अंतरिक्ष में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकारों, शिक्षा और निजी क्षेत्र के बीच अधिक सहयोग के लिए ‘TRUST’ पहल शुरू करने की घोषणा की।
ट्रंप ने एलएसी के साथ भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे सीमा मुद्दों को समाप्त करने के लिए मध्यस्थता करने की पेशकश भी की।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
मोदी-ट्रंप मुलाकात में 26/11 के आरोपी का प्रत्यर्पण, एफ-35 जेट डील और व्यापार समझौते पर चर्चा हुई। दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा। ट्रंप ने भारत के साथ सीमा विवाद में मध्यस्थता करने की पेशकश की।
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