आख़िर तक – इन शॉर्ट्स
- इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रतन टाटा को भारत और इज़राइल के संबंधों का चैंपियन बताया।
- नेतन्याहू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया।
- विश्वभर के प्रमुख नेताओं ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि दी, जिनमें अमेरिका के एरिक गार्सेटी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों शामिल थे।
आख़िर तक – इन डेप्थ
इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भारतीय उद्योगपति और टाटा समूह के चेयरमैन एमेरिटस, रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें भारत और इज़राइल के संबंधों को मजबूत बनाने वाला ‘गौरवपूर्ण पुत्र’ कहा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजे अपने पत्र में लिखा, “मैं और इज़राइल में कई लोग रतन टाटा के निधन पर शोक मना रहे हैं। वे न केवल भारत के एक महान पुत्र थे, बल्कि हमारे देशों के बीच दोस्ती के भी सशक्त समर्थक थे। कृपया मेरी संवेदनाएं उनके परिवार तक पहुंचाएं।”
रतन टाटा, 86 वर्ष की आयु में, मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में लम्बे समय से बीमार होने के कारण निधन हो गया। उनके निधन पर कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया। अमेरिका के भारत में राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा, “भारत और दुनिया ने एक ऐसे महान व्यक्ति को खो दिया है जिसका दिल भी उतना ही बड़ा था। मेरे राजदूत बनने पर मुझे भारत से पहली बधाई रतन टाटा से ही मिली थी।”
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “रतन टाटा की दूरदर्शी नेतृत्व क्षमता ने भारत और फ्रांस में उद्योगों को मजबूत किया। फ्रांस ने एक प्रिय मित्र खो दिया है, जिनकी विरासत उनकी मानवतावादी दृष्टि, विशाल परोपकारी कार्यों और उनकी विनम्रता द्वारा चिह्नित की जाएगी।”
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने टाटा के साथ अपनी अंतिम मुलाकात को याद करते हुए कहा, “मेरी गूगल में रतन टाटा के साथ आखिरी बैठक में हमने वेमो की प्रगति पर चर्चा की, और उनकी दृष्टि सुनना बेहद प्रेरणादायक था।” माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने कहा, “रतन टाटा एक दूरदर्शी नेता थे जिनकी सेवा और उद्देश्य का भाव सदैव प्रेरणादायक रहेगा। उन्होंने न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया पर अपनी छाप छोड़ी।”
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