नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के पैर छूने की कोशिश की, फिर हुआ कुछ ऐसा

आख़िर तक
2 Min Read
नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के पैर छूने की कोशिश की, फिर हुआ कुछ ऐसा

आख़िर तक – संक्षेप में:

  • बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दरभंगा में पीएम मोदी के पैर छूने की कोशिश की।
  • पीएम मोदी ने उन्हें पैर छूने से रोकते हुए हाथ मिलाया।
  • इससे पहले भी इस साल नीतीश कुमार ने संसद में और चुनावी रैली में पीएम मोदी के पैर छुए थे।
  • कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बिहार के विकास में नीतीश कुमार की भूमिका की तारीफ की।
  • पीएम मोदी ने बिहार में स्वास्थ्य सुविधाओं और अन्य विकास योजनाओं पर जोर दिया।

आख़िर तक – विस्तार से:

बिहार के दरभंगा में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पैर छूने की कोशिश की। 73 वर्षीय नीतीश कुमार का यह कदम सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वे 74 वर्षीय पीएम मोदी के पास झुककर उनके पैर छूने का प्रयास करते दिख रहे हैं। पीएम मोदी ने उन्हें तुरंत रोका और हाथ मिलाया। यह इस साल तीसरी बार है जब नीतीश कुमार ने ऐसा किया है।

यह पहली बार नहीं है जब नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के प्रति आदर जताते हुए पैर छूने का प्रयास किया है। इससे पहले, जून में संसद के केंद्रीय कक्ष में भी उन्होंने पीएम मोदी के पैर छूने की कोशिश की थी। अप्रैल में एक चुनावी रैली में भी उन्होंने ऐसा ही किया था।

दरभंगा के इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने बिहार के विकास में नीतीश कुमार की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार को “जंगल राज” से बाहर निकालकर एक “सुशासन” का मॉडल स्थापित किया है। उन्होंने स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार और राज्य के अन्य विकास कार्यों की भी प्रशंसा की।

पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में विकास की रफ्तार बढ़ी है। पूर्व की सरकारों ने स्वास्थ्य सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन नीतीश कुमार के शासन में इसमें सुधार हुआ है। इस कार्यक्रम में कई बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, जिसमें एम्स और अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं शामिल हैं।


Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

करवा चौथ: महत्व और उत्सव खोया हुआ मोबाइल कैसे ढूंढे: आसान और तेज़ तरीके