शनिवार को, पारसवनाथ डेवलपर्स के प्रबंधक निदेशक और CEO संजीव जैन को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया गया। जैन की गिरफ्तारी एक dramatic 60 किलोमीटर की पीछा कार्रवाई के बाद हुई, जिसे दिल्ली पुलिस की विशेष कार्य बल (STF) ने अंजाम दिया। यह घटना उच्च-प्रोफ़ाइल व्यवसायी के कानूनी झगड़ों को उजागर करती है।
गिरफ्तारी के विवरण
गिरफ्तारी के दौरान जैन ने कथित तौर पर बचने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली भर में तेज गति से पीछा किया गया। STF की टीम शाहदरा से अंततः जैन को हवाई अड्डे पर घेरने में सफल रही। पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) सुरेंद्र चौधरी के अनुसार, जैन को नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रीड्रेसल कमीशन (NCDRC) की सुनवाई में अनुपस्थिति के कारण गैर-जमानती वारंट के तहत गिरफ्तार किया गया।
मामले की पृष्ठभूमि
जैन की कानूनी परेशानियां 2017 से शुरू हुईं, जब राजत बाबर और अन्य पार्टी ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की। NCDRC ने 18 जुलाई को जैन के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया, जिससे हाल की गिरफ्तारी की कार्रवाई हुई। गिरफ्तारी के समय, जैन के खिलाफ शाहदरा पुलिस स्टेशन में कई वारंट लंबित थे, जिसमें चार गैर-जमानती और एक जमानती वारंट शामिल थे।
कानूनी प्रक्रियाएं
गिरफ्तारी के बाद, जैन को रविवार को नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रीड्रेसल कमीशन के सामने पेश किया गया। चल रही कानूनी प्रक्रियाएं यह तय करेंगी कि आगे क्या कार्रवाई की जाएगी और जैन को संभावित दंड क्या होगा।
यह गिरफ्तारी यह दर्शाती है कि उच्च-प्रोफ़ाइल व्यवसायियों को कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और कानून प्रवर्तन की अथक कोशिशों को न्याय की दिशा में उजागर करती है।
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