आख़िर तक – एक नज़र में
- संभल में एक ऑडियो क्लिप के जरिए हिंसा में हथियारों से लैस भीड़ जुटाने की जानकारी सामने आई।
- यह क्लिप संदिग्धों के मोबाइल से मिली, जिसमें मस्जिद के पास हथियार लाने की अपील थी।
- हिंसा में 5 लोगों की मौत हुई और 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए।
- पुलिस ने अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया और 7 FIR दर्ज कीं।
- समाजवादी पार्टी के सांसद ज़िया-उर-रहमान और अन्य नेताओं पर भी आरोप लगे हैं।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
हिंसा का कारण और घटनाक्रम
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कोर्ट द्वारा शाही जामा मस्जिद का सर्वे करवाने के आदेश के बाद हिंसा भड़क गई। यह विवाद तब शुरू हुआ जब दावा किया गया कि मस्जिद की जगह पहले एक मंदिर था। सर्वे टीम की सुरक्षा में तैनात पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़पें हुईं।
ऑडियो क्लिप का खुलासा
जांच के दौरान, संदिग्धों के मोबाइल से एक ऑडियो क्लिप मिली। इसमें एक व्यक्ति हथियार लाने और मस्जिद के पास भीड़ जुटाने का आह्वान कर रहा है। क्लिप में कहा गया, “सामान लेकर आ मस्जिद के पास, मेरे भाई का घर है।”
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया और 7 FIR दर्ज की हैं। FIR में समाजवादी पार्टी के सांसद ज़िया-उर-रहमान बरक और स्थानीय विधायक के बेटे का नाम भी शामिल है। पुलिस ने आरोप लगाया कि बरक ने हिंसा से पहले भड़काऊ बयान दिए।
संदिग्धों की पहचान और इनाम
सरकार ने हिंसा में शामिल संदिग्धों की तस्वीरें जारी की हैं और उनकी पहचान में मदद करने वालों को इनाम देने की घोषणा की है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- ऑडियो क्लिप में हिंसा भड़काने की योजना का खुलासा हुआ।
- पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार कर 7 FIR दर्ज की हैं।
- समाजवादी पार्टी के नेताओं पर भी आरोप लगे हैं।
- हिंसा में 20 पुलिसकर्मी घायल हुए और 5 लोगों की मौत हुई।
- पूरी घटना की गहराई से जांच जारी है।
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