आख़िर तक – एक नज़र में
- बीजेपी और INDIA गठबंधन ने संसद के सर्दी सत्र के अंतिम दिन विरोध प्रदर्शन किए।
- इस सत्र के दौरान कई विवादास्पद मुद्दे सामने आए, जिसमें संविधान, अमित शाह के बयान और ‘एक देश, एक चुनाव’ बिल शामिल थे।
- कांग्रेस और बीजेपी दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए, और कई सांसदों ने आंदोलन में भाग लिया।
- BJP और कांग्रेस के बीच एक शारीरिक टकराव हुआ, जिसमें सांसद घायल हुए।
- सर्दी सत्र के दौरान कई बिलों पर बहस हुई, लेकिन बहुत से मुद्दे अभी भी पारित नहीं हो पाए हैं।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
संसद के अंतिम दिन की महत्वपूर्ण घटनाएँ बीजेपी और INDIA गठबंधन ने संसद के अंतिम सत्र के दिन विरोध प्रदर्शन किए। इस दौरान संसद में कई अहम मुद्दों पर बहस हुई और भारी राजनीति हुई। प्रमुख विवादों में संविधान पर बहस, अम्बेडकर से जुड़ा मुद्दा, और ‘एक देश, एक चुनाव’ बिल शामिल थे।
संविधान और BR अम्बेडकर पर बहस संविधान और लोकतंत्र की मौलिक अवधारणाओं पर चर्चा के दौरान गृह मंत्री अमित शाह के BR अम्बेडकर को लेकर दिए गए बयान ने काफी हंगामा मचाया। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने अम्बेडकर का अपमान किया। बीजेपी ने इन आरोपों को नकारते हुए, कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने संविधान को राजनीतिक उद्देश्यों के लिए बदलने की कोशिश की। इस विवाद ने दोनों पक्षों के बीच तकरार को और बढ़ा दिया।
‘एक देश, एक चुनाव’ बिल का विरोध ‘एक देश, एक चुनाव’ प्रस्ताव, जिसके तहत लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ होने चाहिए, संसद के सर्दी सत्र का एक प्रमुख विषय था। विपक्षी दलों ने इस प्रस्ताव को संघीय ढांचे के खिलाफ बताते हुए उसका विरोध किया, जबकि सरकार ने इसे लोकतंत्र को मजबूती देने की दिशा में एक बड़ा कदम बताया।
निधन प्रस्ताव और संसद में विवाद राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ के खिलाफ एक विपक्षी दलील ने संसद को हलचल में डाल दिया। विपक्ष ने धनखड़ के कार्यों के लिए उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया, हालांकि यह प्रस्ताव तकनीकी कारणों से खारिज कर दिया गया।
बीजेपी और कांग्रेस के प्रदर्शन बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने अपने-अपने आरोपों के साथ संसद के बाहर प्रदर्शन किए। दोनों पार्टियों ने एक-दूसरे पर आक्रामक आरोप लगाए, और एक विवादास्पद मुठभेड़ भी हुई जिसमें एक भाजपा सांसद घायल हो गया। इसके अलावा, महिलाओं के लिए एक महिला सांसद ने भी राहुल गांधी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
संसद सत्र का समापन कई बड़ी बहसों और विरोध प्रदर्शनों के साथ हुआ। संविधान, BR अम्बेडकर के विवाद, और ‘एक देश, एक चुनाव’ जैसे मुद्दे राजनीतिक तनाव के कारण बने। दोनों मुख्य राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहा।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.