समाजवादी पार्टी (एसपी) के नेता और मऊ बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष वीरेंद्र बहादुर पाल पर महिला वकील के साथ बलात्कार का आरोप लगा है। वकील ने शिकायत में आरोप लगाया है कि पाल ने वीडियो और फोटो के जरिये उन्हें ब्लैकमेल किया और पिछले एक साल से यौन संबंध बनाने के लिए मजबूर किया। उन्होंने यह भी बताया कि पाल ने उन्हें बार-बार धमकियां दीं।
पाल, जो मऊ बार एसोसिएशन के दो बार अध्यक्ष रह चुके हैं और एसपी के प्रमुख नेता माने जाते हैं, फिलहाल फरार हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है। पीड़िता का मेडिकल परीक्षण हो चुका है और कानूनी कार्रवाई जारी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, शिकायत दर्ज करने से दो दिन पहले पीड़िता और पाल के बीच अदालत परिसर में शारीरिक विवाद हुआ था। मऊ सिटी सर्कल अधिकारी अंजनी कुमार पांडे ने कहा, “पीड़िता ने 7 सितंबर को शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उसने यौन शोषण, शारीरिक हिंसा और धमकियों का जिक्र किया। इस पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।”
पाल के राजनीतिक संबंध काफी मजबूत हैं और उनके समाजवादी पार्टी के शीर्ष नेताओं जैसे अखिलेश यादव, शिवपाल यादव और घोसी विधायक सुधाकर सिंह से करीबी संबंध हैं। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि मामले की पूरी जांच की जाएगी और आरोपियों को सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
यह घटना एसपी के एक अन्य नेता नवाब सिंह यादव की गिरफ्तारी के बाद सामने आई है, जिन्हें 15 वर्षीय लड़की से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। यादव, जो डिंपल यादव के पूर्व सहयोगी थे, को भारतीय न्याय संहिता (BNS) और पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.