वायनाड में भूस्खलन से 106 मौतें, सैकड़ों फंसे, पूरा क्षेत्र तबाह
केरल के वायनाड जिले में मंगलवार सुबह बड़े भूस्खलनों ने भारी तबाही मचाई, जिसमें 106 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों लोग फंसे हुए हैं। भूस्खलन ने मेप्पाड़ी के हिल क्षेत्रों को प्रभावित किया और भारी बारिश के कारण तीन बड़े भूस्खलन हुए।
आपदा की सीमा
भूस्खलनों ने मुण्डक्काई, चूरलमाला, अट्टमाला, और नूलपुझा गांवों में भारी तबाही मचाई। कई लोग चालीयार नदी में बह गए, और एक पुल जो प्रभावित क्षेत्रों को चूरलमाला से जोड़ता था, बह गया है।
बचाव कार्य
इस आपदा के मद्देनजर, भारतीय सेना ने 225 कर्मियों और मेडिकल टीमों को बचाव कार्यों में तैनात किया है। वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर, एक Mi-17 और एक ALH (एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर), भी बचाव कार्यों में शामिल हैं। कालीकट में एक नियंत्रण केंद्र स्थापित किया गया है।
केरल मंत्री वीना जॉर्ज ने भारतीय नौसेना की एक टीम को भी बचाव कार्यों में शामिल होने की घोषणा की है। एक नियंत्रण कक्ष भी स्थापित किया गया है और आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए गए हैं।
सरकारी प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने इस आपदा को “हृदय विदारक” बताया और दो दिनों के राज्य शोक की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र से पूरी सहायता का आश्वासन दिया, जिसमें मृतकों के परिवारों को 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये की सहायता शामिल है।
राहुल गांधी की शोक संवेदनाएँ
पूर्व वायनाड सांसद राहुल गांधी ने आपदा पर गहरा दुख व्यक्त किया और राहत कार्यों के लिए सभी आवश्यक सहायता की पेशकश की। उन्होंने भी UDF कार्यकर्ताओं से प्रशासन के साथ सहयोग करने का आग्रह किया।
रेड अलर्ट जारी
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कई जिलों में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। स्थानीय निवासियों और पर्यटकों को अत्यधिक सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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