पूरा NEET-UG परिणाम अपलोड करें, छात्रों की पहचान छिपाएं: सर्वोच्च न्यायालय ने परीक्षण पैनल से कहा

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पूरा NEET-UG परिणाम अपलोड करें, छात्रों की पहचान छिपाएं: सर्वोच्च न्यायालय ने परीक्षण पैनल से कहा

भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) को अपने आधिकारिक वेबसाइट पर NEET-UG 2024 परीक्षा के पूरे परिणाम प्रकाशित करने का निर्देश दिया है। यह निर्देश शहर-वार और केंद्र-वार परिणामों को प्रकाशित करने के साथ-साथ उम्मीदवारों की पहचान को छिपाने को भी शामिल करता है। यह निर्णय NEET-UG परीक्षा में अनियमितताओं के आरोपों के बीच पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से लिया गया है।

सर्वोच्च न्यायालय का निर्देश

यह निर्देश मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और मनोज मिश्रा की पीठ द्वारा जारी किया गया था। अदालत ने NTA को शनिवार को दोपहर 12 बजे तक NEET-UG के परिणाम जारी करने का आदेश दिया। पीठ ने उम्मीदवारों की पहचान छिपाने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि गोपनीयता बनाए रखते हुए पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके।

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मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने पूरे परिणामों को प्रकाशित नहीं करने की वर्तमान प्रथा पर सवाल उठाया और गुमनाम रोल नंबरों का उपयोग करने का सुझाव दिया। यह सुझाव सॉलिसिटर जनरल के इस तर्क के जवाब में आया कि पूरे परिणाम छात्रों की व्यक्तिगत संपत्ति हैं।

पारदर्शिता की आवश्यकता

याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता नरेंद्र हूडा ने प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए सभी छात्रों के परिणाम घोषित करने की दलील दी। अदालत ने पटना और हज़ारीबाग में प्रश्न पत्रों के लीक होने के स्वीकृत मामलों को देखते हुए संभावित अनियमितताओं की चिंताओं को पहचाना। अदालत यह निर्धारित करना चाहती थी कि यह लीक केवल विशिष्ट केंद्रों तक ही सीमित था या अधिक व्यापक था।

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मुख्य न्यायाधीश चंद्रचूड़ ने छात्रों के अपने परिणामों तक पहुंच नहीं होने के कारण उनकी असुविधा पर जोर दिया और छात्रों द्वारा प्राप्त अंकों को प्रकाशित करने के महत्व को रेखांकित किया, जबकि उनकी पहचान को छिपाए रखा। यह दृष्टिकोण परीक्षा प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।

अदालत की चिंताएँ और अगले कदम

सर्वोच्च न्यायालय ने स्थिति की बारीकी से निगरानी करने का इरादा व्यक्त किया और अगले सोमवार को कथित अनियमितताओं पर सुनवाई जारी रखी। अदालत का यह निर्देश परीक्षा प्रणाली में निष्पक्षता और पारदर्शिता के मुद्दों को संबोधित करने का उद्देश्य रखता है, जिससे सभी छात्रों के साथ समान व्यवहार सुनिश्चित हो सके।

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