आख़िर तक – इन शॉर्ट्स
- भारत और कनाडा के बीच लॉरेंस बिश्नोई गैंग को लेकर सीक्रेट मीटिंग हुई।
- कनाडा के अधिकारियों ने भारत पर खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में गैंग के इस्तेमाल का आरोप लगाया।
- भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने इन दावों को खारिज किया।
आख़िर तक – इन डेप्थ
भारत और कनाडा के बीच गुप्त बैठक: लॉरेंस बिश्नोई गैंग और खालिस्तानी आतंक पर चर्चा
भारत और कनाडा के बीच हालिया तनाव के बीच, भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल और उनके कनाडाई समकक्ष के बीच सिंगापुर में एक गुप्त बैठक हुई, जिसका खुलासा वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट ने किया है। इस बैठक में कनाडाई अधिकारियों ने दावा किया कि भारत ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के लिए लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सहारा लिया। यह रिपोर्ट अज्ञात कनाडाई अधिकारियों के बयानों पर आधारित है, जिसमें यह कहा गया है कि भारत ने खालिस्तानी अलगाववादियों पर हिंसक हमले करवाए हैं।
बैठक में NSA डोभाल ने पहले बिश्नोई गैंग के बारे में कोई जानकारी होने से इंकार किया। हालांकि, बाद में उन्होंने यह स्वीकार किया कि बिश्नोई “अपने जेल से भी हिंसा करवाने में सक्षम” है। बैठक में कनाडा की सुरक्षा सलाहकार नताली ड्रोनिन, उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन, और रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस के एक वरिष्ठ सदस्य भी शामिल थे। कनाडाई अधिकारियों ने कहा कि अगले महीने शुरू होने वाले ट्रायल में भारत की कथित संलिप्तता उजागर हो सकती है।
कनाडा ने छह भारतीय राजनयिकों पर भी आरोप लगाया, जिनमें उच्चायुक्त संजय वर्मा शामिल थे, और उन्हें देश से निष्कासित कर दिया गया। भारत ने इन आरोपों को “पूरी तरह से असत्य” बताते हुए खारिज किया और इसे कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा बताया।
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