भारत का पहला स्वदेशी एंटीबायोटिक नफिथ्रोमाइसिन लॉन्च

आख़िर तक
2 Min Read
भारत का पहला स्वदेशी एंटीबायोटिक नफिथ्रोमाइसिन लॉन्च

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. भारत ने नफिथ्रोमाइसिन नामक पहला स्वदेशी एंटीबायोटिक लॉन्च किया।
  2. यह दवा दवा-प्रतिरोधी निमोनिया के इलाज में प्रभावी होगी।
  3. नफिथ्रोमाइसिन, एजिथ्रोमाइसिन से 10 गुना अधिक प्रभावी है।
  4. यह केवल तीन दिन की एक बार दैनिक खुराक में दिया जाएगा।
  5. दवा को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की अंतिम मंजूरी का इंतजार है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

भारत में दवा-प्रतिरोधी संक्रमणों का समाधान
भारत ने अपना पहला स्वदेशी एंटीबायोटिक नफिथ्रोमाइसिन विकसित किया है। यह दवा विशेष रूप से दवा-प्रतिरोधी सामुदायिक अधिग्रहीत बैक्टीरियल निमोनिया (CABP) के इलाज के लिए बनाई गई है।

नफिथ्रोमाइसिन की विशेषताएं
नफिथ्रोमाइसिन एक नया सेमी-सिंथेटिक मैक्रोलाइड एंटीबायोटिक है। यह एजिथ्रोमाइसिन की तुलना में 10 गुना अधिक प्रभावी है और फेफड़ों में आठ गुना अधिक पहुंच प्रदान करता है। तीन दिनों तक एक बार दैनिक खुराक देने से यह रोगियों के लिए सुविधाजनक होगा।

- विज्ञापन -

महत्वपूर्ण वैज्ञानिक उपलब्धि
14 वर्षों के शोध और 500 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित इस दवा को मुंबई स्थित वॉकहार्ट कंपनी द्वारा “मिकनाफ” नाम से वितरित किया जाएगा। क्लिनिकल ट्रायल्स में 96.7% की उच्च उपचार दर दिखाई दी है।

चुनौतियाँ और सावधानियाँ
विशेषज्ञों ने नफिथ्रोमाइसिन के संभावित दुरुपयोग पर चिंता जताई है। उचित उपयोग सुनिश्चित करने के लिए सतत निगरानी और दिशानिर्देशों का पालन आवश्यक होगा।

- विज्ञापन -

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • नफिथ्रोमाइसिन भारत का पहला स्वदेशी एंटीबायोटिक है।
  • यह दवा-प्रतिरोधी निमोनिया के इलाज में क्रांतिकारी बदलाव लाएगी।
  • उचित उपयोग और सावधानी से इसके दीर्घकालिक प्रभाव सुनिश्चित किए जा सकते हैं।

Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

करवा चौथ: महत्व और उत्सव खोया हुआ मोबाइल कैसे ढूंढे: आसान और तेज़ तरीके