आख़िर तक – एक नज़र में
- IIT मद्रास में छात्रों से बातचीत में राहुल गांधी ने कांग्रेस और BJP के दृष्टिकोण का अंतर स्पष्ट किया।
- उन्होंने बताया कि कांग्रेस संसाधनों के समान वितरण और समावेशी विकास पर जोर देती है।
- BJP, इसके विपरीत, ‘ट्रिपल-डाउन’ आर्थिक नीति पर केंद्रित है।
- उन्होंने शिक्षा में सरकारी निवेश की आवश्यकता पर बल दिया।
- भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव साझा करते हुए उन्होंने बच्चों की इच्छाओं और शिक्षा प्रणाली की कमियों पर बात की।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
कांग्रेस बनाम BJP: राहुल गांधी का विश्लेषण
IIT मद्रास में छात्रों से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कांग्रेस और BJP के बीच की नीतिगत भिन्नताओं को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस संसाधनों के समान वितरण और समावेशी विकास में विश्वास रखती है। BJP, उनके अनुसार, ‘ट्रिपल-डाउन’ दृष्टिकोण पर काम करती है, जिसमें आर्थिक लाभ ऊपर से नीचे तक पहुंचता है।
शिक्षा प्रणाली पर गंभीर चिंता
राहुल गांधी ने भारत की शिक्षा प्रणाली को “संकुचित और शीर्ष-से-नीचे” बताया। उन्होंने कहा कि यह बच्चों की कल्पना को पनपने नहीं देती। उन्होंने सरकारी शिक्षा संस्थानों में अधिक निवेश की वकालत की और निजीकरण के बढ़ते प्रभाव को खारिज किया।
नवाचार और उत्पादन पर जोर
उन्होंने कहा कि वास्तविक नवाचार तभी संभव है जब बच्चे उत्पादन में हाथ आजमाएं। “हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था बच्चों को उनकी इच्छाएं पूरी करने की अनुमति नहीं देती,” उन्होंने कहा।
भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव
राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बच्चों से मिली प्रेरणाओं को साझा किया। उन्होंने कहा कि बच्चों ने डॉक्टर, इंजीनियर, वकील बनने की इच्छाएं व्यक्त कीं, लेकिन यह आवश्यक है कि उन्हें अन्य क्षेत्रों में भी अवसर मिले।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- राहुल गांधी ने कांग्रेस और BJP की नीतियों का अंतर स्पष्ट किया।
- शिक्षा प्रणाली को बच्चों की कल्पनाओं के अनुरूप सुधारने की वकालत की।
- उन्होंने सरकारी संस्थानों में निवेश बढ़ाने की आवश्यकता जताई।
- भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बच्चों की इच्छाओं और चुनौतियों पर चर्चा की।
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