आख़िर तक – एक नज़र में
- पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने अपने परिवार के साथ फतेहपुर सीकरी का दौरा किया।
- उन्होंने पत्नी अक्षता मूर्ति, सास सुधा मूर्ति और बेटियों अनुष्का और कृष्णा के साथ ऐतिहासिक स्थल का भ्रमण किया।
- सुनक ने ताजमहल की यात्रा के दौरान आगंतुक पुस्तिका में अपनी अविस्मरणीय अनुभव लिखा।
- उन्होंने भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 मैच में भी भाग लिया।
- मुंबई में, सुनक ने टेनिस बॉल क्रिकेट खेलकर अपनी यात्रा को और भी यादगार बनाया।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हाल ही में अपने परिवार के साथ भारत का दौरा किया। उनकी यात्रा में उत्तर प्रदेश के आगरा में स्थित ऐतिहासिक स्थल फतेहपुर सीकरी का दौरा शामिल था। ऋषि सुनक पत्नी अक्षता मूर्ति, सास सुधा मूर्ति और बेटियों अनुष्का और कृष्णा के साथ फतेहपुर सीकरी पहुंचे। उन्होंने उत्साहित दर्शकों का अभिवादन किया और हाथ हिलाकर उनका स्वागत किया।
शनिवार को, सुनक ने अपने परिवार के साथ ताजमहल का दौरा किया। उन्होंने ताजमहल की आगंतुक पुस्तिका में अपने अनुभव लिखे। “एक अविस्मरणीय अनुभव,” लिखते हुए सुनक ने ताजमहल को “वास्तव में अद्भुत” बताया। उन्होंने यह भी लिखा कि “दुनिया में कुछ ही स्थान ताजमहल की तरह एकजुट हो सकते हैं। हमारे बच्चे इसे देखकर कभी नहीं भूलेंगे…हम गर्मजोशी भरे आतिथ्य के लिए बहुत आभारी हैं। हमारे पूरे परिवार के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव। धन्यवाद।” अक्षता मूर्ति ने भी अपने पति की भावनाओं का समर्थन करते हुए लिखा, “युगों के लिए एक स्मृति।”
इससे पहले, क्रिकेट के उत्साही प्रशंसक सुनक ने 2 फरवरी को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवें और अंतिम टी20 मैच में ससुर नारायण मूर्ति के साथ भाग लिया था। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में टेनिस बॉल क्रिकेट मैच में भाग लेने की भी जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “मुंबई की यात्रा क्रिकेट की गेंद के बिना पूरी नहीं होगी।” इस यात्रा ने सुनक परिवार के लिए भारत की संस्कृति और विरासत को करीब से देखने का एक अनूठा अवसर प्रदान किया।
फतेहपुर सीकरी का दौरा सुनक परिवार के लिए एक यादगार अनुभव था। यह ऐतिहासिक स्थल मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और भारत के समृद्ध इतिहास का प्रतीक है। सुनक की यात्रा ने भारत और ब्रिटेन के बीच सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत किया है।
फतेहपुर सीकरी: इतिहास और महत्व
फतेहपुर सीकरी, जिसका अर्थ है “विजय का शहर,” मुगल सम्राट अकबर द्वारा 16वीं शताब्दी में स्थापित किया गया था। यह शहर मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है और इसमें कई महत्वपूर्ण इमारतें शामिल हैं, जिनमें बुलंद दरवाजा, सलीम चिश्ती का मकबरा और जामा मस्जिद शामिल हैं। फतेहपुर सीकरी को 1986 में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया था। यह शहर पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है और भारत के समृद्ध इतिहास और संस्कृति का प्रतीक है।
सुनक परिवार की भारत यात्रा का महत्व
ऋषि सुनक और उनके परिवार की भारत यात्रा न केवल व्यक्तिगत महत्व रखती है, बल्कि यह भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस यात्रा के माध्यम से, सुनक ने भारतीय संस्कृति और विरासत के प्रति अपना सम्मान व्यक्त किया है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगी।
निष्कर्ष
ऋषि सुनक की भारत यात्रा, जिसमें फतेहपुर सीकरी और ताजमहल का दौरा शामिल था, उनके परिवार के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव रहा। इस यात्रा ने भारत की समृद्ध संस्कृति और विरासत को करीब से देखने का अवसर प्रदान किया। यह यात्रा भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों को मजबूत करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- ऋषि सुनक ने पत्नी और परिवार के साथ फतेहपुर सीकरी का दौरा किया।
- उन्होंने ताजमहल में आगंतुक पुस्तिका में अपने अनुभव साझा किए।
- सुनक ने भारत और इंग्लैंड के बीच टी20 मैच में भाग लिया।
- उन्होंने मुंबई में टेनिस बॉल क्रिकेट खेलकर अपनी यात्रा को यादगार बनाया।
- यह यात्रा भारत और ब्रिटेन के सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने में मददगार है।
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