दिल्ली कोचिंग सेंटर में बाढ़ की त्रासदी: उत्तरजीवी का बयान
27 जुलाई 2024 को, दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में राव का IAS स्टडी सर्कल में एक विनाशकारी बाढ़ ने तीन IAS उम्मीदवारों की जान ले ली। कोचिंग सेंटर के बेसमेंट, जिसे मूल रूप से स्टोरेज के लिए उपयोग करने की अनुमति थी, को लाइब्रेरी में बदल दिया गया था। त्रासदी तब सामने आई जब बेसमेंट, जिसकी छत की ऊंचाई 13 फीट से अधिक थी, मिनटों में पानी से भर गया।
उत्तरजीवी की दिल दहला देने वाली यादें
रिशभ पाल, एक 21 वर्षीय सिविल सेवा उम्मीदवार जो गाज़ियाबाद से हैं, ने इस भयावह अनुभव की जीवंत यादें साझा कीं। पाल ने कहा, “लाइब्रेरी कुछ ही मिनटों में पानी से भर गई थी।” उन्होंने और लगभग 15 अन्य छात्रों ने भागने में सफलता पाई, लेकिन करीब 15 और छात्र फंस गए थे। पाल ने पीड़ित तान्या सोनी के सांत्वना देने वाले शब्दों को याद किया: “घबराने की कोई जरूरत नहीं है; हम बच जाएंगे।”
तान्या ने एक मानव श्रृंखला बनाने की कोशिश की, लेकिन पानी की तेज़ी ने इसे असंभव बना दिया। पाल ने आखिरी बार तान्या और शृया यादव (25) को टेबल पर खड़ा देखा और सीढ़ियों पर चढ़ने में मदद करने वाले स्टाफ सदस्य के साथ बाहर निकल गए।
प्रतिक्रिया और बचाव प्रयास
पाल के अनुसार, स्टाफ ने जल्दी से एक रस्सी लाई जिससे फंसे हुए लोगों की मदद की जा सकी। हालांकि, उन्होंने बताया कि नेविन डलविन (28) लाइब्रेरी में नज़र नहीं आए जब उन्होंने बाहर निकाला। कर्मचारियों की त्वरित प्रतिक्रिया ने और अधिक हताहतों को बचाया, लेकिन पाल ने राहत कॉल्स में देरी और एनडीआरएफ अधिकारियों की आवश्यक उपकरणों की कमी की आलोचना की, जो लगभग 10 बजे आए थे।
गिरफ्तारियां और चल रही जांच
इस घटना से संबंधित सात व्यक्तियों, जिसमें सेंटर के मालिक और समन्वयक शामिल हैं, को गिरफ्तार किया गया है। जांच जारी है, और सुरक्षा उपायों के बारे में अधिक विवरण सामने आने की संभावना है।
निष्कर्ष
राव IAS स्टडी सर्कल में हुई दुखद बाढ़ ने उत्तरजीवियों और समुदाय पर गहरा प्रभाव डाला है। कुछ व्यक्तियों की त्वरित कार्रवाई ने जीवन बचाने में मदद की, लेकिन तीन होनहार युवा उम्मीदवारों की मौत एक दिल दहला देने वाली याद है कि ऐसे सुविधाओं में सुरक्षा उपायों की कितनी महत्वपूर्णता है।
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