आख़िर तक – एक नज़र में
- गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में राहुल गांधी पर तंज कसा।
- शाह ने 54 साल के राहुल गांधी को ‘युवा’ नेता कहा।
- उन्होंने संविधान में बदलाव के विषय पर विपक्ष के आरोपों को जवाब दिया।
- शाह ने कहा कि संविधान में बदलाव की धारा 368 में पहले से प्रावधान है।
- भाजपा ने 16 सालों में केवल 22 बार संशोधन किया, जबकि कांग्रेस ने 77 बार किया।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
राहुल गांधी पर अमित शाह का तंज
गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संविधान पर हुई बहस के दौरान राहुल गांधी पर तंज कसते हुए उन्हें ’54 साल का युवा नेता’ बताया। उन्होंने कांग्रेस नेता के संविधान की कॉपी लेकर चुनावी रैलियों में दिखाने पर निशाना साधा।
अमित शाह ने कहा, “कुछ नेता 54 साल की उम्र में भी खुद को युवा कहते हैं और बार-बार कहते हैं कि भाजपा संविधान बदल देगी। संविधान में बदलाव की प्रक्रिया पहले से धारा 368 के अंतर्गत उपलब्ध है।”
संविधान में बदलाव पर अमित शाह की सफाई
अमित शाह ने विपक्ष के संविधान बदलाव के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि संविधान गतिशील है। उन्होंने जोर देकर कहा कि समय के साथ बदलाव होना जरूरी है।
उन्होंने कहा, “हमारा संविधान अडिग नहीं है। समय के साथ समाज और देश में कानूनों में बदलाव होना चाहिए। संविधान में संशोधन का प्रावधान आर्टिकल 368 में दिया गया है।”
संशोधनों का इतिहास और कांग्रेस पर कटाक्ष
अमित शाह ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए संशोधनों के इतिहास की जानकारी दी। उन्होंने कहा,
“कांग्रेस ने अपने 55 साल के शासन में संविधान में 77 संशोधन किए, जबकि भाजपा ने 16 साल में सिर्फ 22 बार ऐसा किया।”
उन्होंने डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा, “संविधान कैसा भी हो, अगर उसे लागू करने वाले लोग अच्छे होंगे, तो वह अच्छा साबित होगा। और अगर लोग अच्छे न हों, तो अच्छा संविधान भी बुरा सिद्ध होगा।”
विपक्ष के आरोप और भाजपा का रुख
राहुल गांधी द्वारा चुनावों से पहले ‘लाल संविधान कॉपी’ उठाने और भाजपा पर आरोप लगाने से राजनीतिक विवाद शुरू हुआ था। भाजपा ने यह दावा किया था कि वह कॉपी एक “खाली कॉपी” है। अमित शाह ने विपक्ष को जवाब देते हुए कहा कि संविधान की रक्षा और लोकतंत्र भाजपा के लिए सर्वोपरि है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- अमित शाह ने राहुल गांधी पर ‘युवा’ नेता का तंज कसा।
- संविधान संशोधन की धारा 368 के बारे में जानकारी दी।
- भाजपा के मुकाबले कांग्रेस ने संविधान में ज्यादा बार संशोधन किया।
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