बदलापुर मुठभेड़: आक्रामक आरोपी पर पुलिस की आत्मरक्षा में गोली
बदलापुर के यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी अक्षय शिंदे के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की घटना में नए खुलासे सामने आए हैं। पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे ने बताया कि यह मुठभेड़ आत्मरक्षा में हुई थी। उन्होंने कहा कि अक्षय शिंदे, जिसे तलोजा जेल से ठाणे ले जाया जा रहा था, आक्रामक हो गया और पुलिसकर्मियों पर गोली चला दी।
पुलिस वैन में मौजूद चार पुलिसकर्मियों में से एक इंस्पेक्टर शिंदे ने बताया कि वह ड्राइवर के बगल में बैठे थे और पीछे की सीट पर अक्षय शिंदे और अन्य पुलिसकर्मी, जिनमें सहायक पुलिस निरीक्षक (API) निलेश मोरे भी थे, मौजूद थे। सफर के दौरान, मोरे ने फोन करके सूचित किया कि आरोपी आक्रामक हो गया है और गाली-गलौज कर रहा है।
इंस्पेक्टर शिंदे ने आरोपी को शांत करने की कोशिश की, लेकिन जब वैन मुंब्रा बाइपास पहुंची, तब स्थिति बिगड़ गई। अक्षय शिंदे ने API मोरे की पिस्तौल छीन ली और संघर्ष के दौरान गोली चल गई, जिससे मोरे की जांघ में गोली लगी और वह घायल हो गए। इसके बाद आरोपी ने दो और गोलियां चलाईं, जो चूक गईं।
इंस्पेक्टर शिंदे ने बताया कि अपनी जान और अपने साथियों की सुरक्षा के लिए उन्होंने आत्मरक्षा में एक गोली चलाई, जिससे अक्षय शिंदे घायल हो गया और वैन के अंदर ही गिर पड़ा। इस घटना के दौरान कुल चार राउंड फायरिंग हुई—एक गोली आरोपी ने चलाई, जो मोरे को लगी, दो मिस हो गईं, और एक गोली इंस्पेक्टर शिंदे ने आत्मरक्षा में चलाई।
फॉरेंसिक टीम ने घटना स्थल से सभी गोलियों के खोल इकट्ठा किए हैं। पुलिस ने मामले की जांच CID को सौंपने की मांग की है, क्योंकि यह एक हिरासत में मौत का मामला हो सकता है।
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