बीएसएफ जवान पाकिस्तान हिरासत: 80 घंटे बाद भी रिहाई नहीं

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बीएसएफ जवान पाकिस्तान हिरासत: 80 घंटे बाद भी रिहाई नहीं

आख़िर तक – एक नज़र में

  • एक बीएसएफ जवान पाकिस्तान हिरासत में 80 घंटे से अधिक समय से है।
  • कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ ने गलती से पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की थी।
  • पाकिस्तान रेंजर्स के साथ तीन फ्लैग मीटिंग के बावजूद जवान की रिहाई नहीं हुई है।
  • बीएसएफ जवान की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास तेज कर दिए गए हैं।
  • यह घटना भारत-पाक के बीच बढ़े तनाव के दौरान हुई है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

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बीएसएफ जवान पाकिस्तान हिरासत में, रिहाई के प्रयास जारी

एक बीएसएफ जवान पाकिस्तान हिरासत में 80 घंटे से अधिक समय से है। जवान गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तान चला गया था, जहां उसे पाकिस्तान रेंजर्स ने हिरासत में ले लिया। यह घटना पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर के पास हुई। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच तीन दौर की फ्लैग मीटिंग हो चुकी है, लेकिन जवान को अभी तक रिहा नहीं किया गया है।

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घटना का विवरण

हिरासत में लिए गए कांस्टेबल की पहचान बीएसएफ की 182वीं बटालियन के पूर्णम कुमार शॉ के रूप में हुई है। बुधवार दोपहर को शॉ सीमा बाड़ के पास ड्यूटी पर थे। इसी दौरान वह अनजाने में पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए। अधिकारियों के अनुसार, शॉ आराम करने के लिए एक छायादार क्षेत्र की ओर बढ़े थे। इसी क्रम में उन्होंने सीमा पार कर ली और पाकिस्तान रेंजर्स ने उन्हें हिरासत में ले लिया। घटना के समय वह वर्दी में थे और उनके पास उनकी सर्विस राइफल भी थी।

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रिहाई के लिए बीएसएफ के प्रयास

बीएसएफ ने तुरंत जवान की रिहाई के प्रयास शुरू कर दिए। पाकिस्तान रेंजर्स के साथ तीन फ्लैग मीटिंग आयोजित की गईं। इन बैठकों में जवान की वापसी की मांग की गई। हालांकि, पाकिस्तान ने अब तक उसे सौंपने से इनकार कर दिया है। पाकिस्तान का कहना है कि उनके पास जवान के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इस घटना के बाद, बीएसएफ ने भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सभी यूनिटों को हाई अलर्ट पर रखा है।

जवान को वापस लाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं। बीएसएफ ने पाकिस्तान रेंजर्स के साथ एक और फील्ड कमांडर स्तर की फ्लैग मीटिंग का अनुरोध किया है। अधिकारियों ने कहा कि यह बैठक जल्द होने की उम्मीद है।

उच्च स्तरीय निगरानी

इससे पहले, बीएसएफ के महानिदेशक दलजीत चौधरी ने केंद्रीय गृह सचिव को घटनाक्रम की जानकारी दी थी। उन्होंने जवान की सुरक्षित वापसी के लिए उठाए जा रहे कदमों के बारे में भी बताया। मामला उच्च स्तर पर मॉनिटर किया जा रहा है। यह बीएसएफ जवान पाकिस्तान हिरासत का मामला संवेदनशील है।

परिवार की चिंता

इस घटना ने जवान के परिवार के सदस्यों को चिंता में डाल दिया है। पश्चिम बंगाल में स्थित शॉ का परिवार उत्सुकता से अपडेट का इंतजार कर रहा है। उनके पिता ने अपने बेटे की सुरक्षा पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सरकार से उसकी शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।

बीएसएफ का रुख

अधिकारियों के अनुसार, कांस्टेबल शॉ ने गलती से सीमा पार की थी। इसमें कोई शत्रुतापूर्ण इरादा नहीं था। बीएसएफ ने कहा है कि शॉ का सीमा पार करना एक नियमित ऑपरेशन के दौरान हुआ। वह बाड़ के पास काम कर रहे किसानों की सहायता कर रहे थे। बीएसएफ शॉ की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए फील्ड कमांडर स्तर की बैठक के लिए दबाव बनाना जारी रखेगी।

बढ़े तनाव का संदर्भ

यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच राजनयिक संबंध तनावपूर्ण हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद संबंध और खराब हो गए हैं। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी। भारत ने सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया है। बीएसएफ जवान पाकिस्तान हिरासत का यह मामला मौजूदा तनाव को और बढ़ा सकता है।

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • बीएसएफ जवान पाकिस्तान हिरासत में 80 घंटे से ज्यादा समय से, नाम पूर्णम कुमार शॉ।
  • जवान ने फिरोजपुर सेक्टर में गलती से अंतरराष्ट्रीय सीमा पार की थी।
  • पाकिस्तान रेंजर्स के साथ 3 फ्लैग मीटिंग विफल, पाकिस्तान जानकारी न होने का दावा कर रहा।
  • बीएसएफ फील्ड कमांडर स्तर की बैठक के जरिए रिहाई के प्रयास तेज कर रहा है।
  • यह घटना पहलगाम हमले के बाद भारत-पाक के बीच बढ़े तनाव के बीच हुई है।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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