आख़िर तक – एक नज़र में
- कनाडा ने डोनाल्ड ट्रम्प के ‘अनुचित टैरिफ’ के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) में शिकायत दर्ज की।
- अमेरिका ने कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाया, जिससे व्यापार युद्ध की स्थिति बनी।
- कनाडा ने अमेरिकी टैरिफ को ‘अनुचित’ बताते हुए WTO से परामर्श मांगा।
- कनाडा ने ट्रम्प के टैरिफ की प्रतिक्रिया में अमेरिकी वस्तुओं पर जवाबी टैरिफ लगाया।
- चीन ने भी अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ WTO में शिकायत दर्ज कराई है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
कनाडा का अमेरिका के खिलाफ WTO में टैरिफ विवाद
कनाडा ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लगाए गए ‘अनुचित टैरिफ’ के खिलाफ विश्व व्यापार संगठन (WTO) में शिकायत दर्ज कराई है। यह कदम अमेरिका द्वारा कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाने के बाद उठाया गया है। इस टैरिफ के लागू होने से दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध की आशंका बढ़ गई है।
कनाडा का आरोप
कनाडा का आरोप है कि अमेरिका द्वारा लगाया गया टैरिफ ‘अनुचित’ है और यह व्यापार नियमों का उल्लंघन है। कनाडा के WTO में राजदूत ने कहा कि अमेरिका के इस फैसले के कारण उनके पास कनाडाई हितों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। उन्होंने कहा कि कनाडा सरकार की ओर से उन्होंने अमेरिका सरकार के खिलाफ WTO में परामर्श का अनुरोध किया है।
ट्रम्प का टैरिफ
डोनाल्ड ट्रम्प ने कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि कनाडा सिंथेटिक ड्रग फेंटनिल और इसके पूर्ववर्ती रसायनों के प्रवाह को रोकने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं कर रहा है। इस टैरिफ से सालाना लगभग 2.2 ट्रिलियन डॉलर का व्यापार प्रभावित होने की आशंका है। कनाडा के राजदूत नादिया बी थियोडोर ने कहा कि यह वह परिणाम नहीं था जिसकी उन्हें उम्मीद थी, और उन्होंने अमेरिकी प्रशासन से अपने टैरिफ पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया।
कनाडा की जवाबी कार्रवाई
ट्रम्प के टैरिफ की घोषणा के जवाब में, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इसे “एक बहुत ही मूर्खतापूर्ण काम” बताया। तुरंत, उन्होंने अमेरिकी आयात पर 20.82 बिलियन डॉलर के मूल्य पर 25% टैरिफ लगाया और कहा कि यदि आवश्यक हो तो कनाडा 21 दिनों में 86.5 बिलियन डॉलर मूल्य के आयात पर और टैरिफ लगाएगा।
चीन का भी विरोध
चीन ने भी ट्रम्प द्वारा चीनी वस्तुओं पर लगाए गए 10% टैरिफ के खिलाफ WTO में औपचारिक रूप से विवाद शुरू किया है, जिससे दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच एक नए व्यापार युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। यह मामला भी WTO के विवाद निपटान प्रक्रिया के तहत आएगा।
WTO की प्रक्रिया
द्विपक्षीय परामर्श औपचारिक विवाद निपटान का पहला चरण है और यदि 60 दिनों के भीतर कोई समाधान नहीं निकलता है, तो कनाडा WTO द्वारा न्यायनिर्णयन का अनुरोध कर सकता है, जो देशों के बीच व्यापार को विनियमित और सुविधाजनक बनाने वाला अंतर्राष्ट्रीय संगठन है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- कनाडा ने अमेरिका के ‘अनुचित टैरिफ’ के खिलाफ WTO में शिकायत दर्ज कराई।
- अमेरिका ने कनाडा से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाया।
- कनाडा ने अमेरिकी टैरिफ के जवाब में जवाबी टैरिफ लगाया।
- चीन ने भी अमेरिकी टैरिफ के खिलाफ WTO में शिकायत दर्ज कराई।
- WTO विवाद निपटान प्रक्रिया के तहत मामले की सुनवाई होगी।
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