चीन में एचएमपीवी वायरस: क्या यह कोविड-19 के वायरस जैसा है?

आख़िर तक
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बेंगलुरु में एचएमपीवी का पहला मामला, आठ महीने के बच्चे में संक्रमण

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. चीन में एचएमपीवी (ह्यूमन मेटाप्नियोमावायरस) के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है, जो गंभीर श्वसन संक्रमण का कारण बन सकता है।
  2. कोविड-19 से मिलते-जुलते लक्षणों वाले इस वायरस के संक्रमण की पुष्टि अभी हाल ही में की गई है।
  3. बच्चों और बुजुर्गों में इस वायरस से गंभीर प्रभाव हो सकता है, और अस्पतालों में भर्ती होने के मामले बढ़ रहे हैं।
  4. एचएमपीवी वायरस कोविड-19 से अलग है, लेकिन संक्रमण के तरीके और लक्ष्ण समान हैं।
  5. हालांकि चीन में कोई आपातकालीन स्थिति घोषित नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों ने सावधानी बरतने के लिए कदम उठाए हैं।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

चीन में एचएमपीवी वायरस के मामलों में बढ़ोत्तरी के साथ, यह एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य चिंता बनकर सामने आया है। इस वायरस को 2001 में पहली बार पहचाना गया था और यह RSV (Respiratory Syncytial Virus) से संबंधित है। एचएमपीवी संक्रमण आमतौर पर ऊपरी श्वसन नलिकाओं में हल्के लक्षण उत्पन्न करता है, जैसे कि सर्दी, खांसी, और गले में खराश। लेकिन, बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून प्रणाली वाले व्यक्तियों के लिए, यह गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकता है, जैसे कि न्यूमोनिया या ब्रोन्काइटिस।

एचएमपीवी और कोविड-19 में समानताएँ और अंतर

एचएमपीवी और कोविड-19 दोनों वायरस श्वसन तंत्र पर असर डालते हैं। कोविड-19 महामारी के बाद, एचएमपीवी के मामलों में वृद्धि देखी गई है। हालांकि, दोनों वायरस अलग-अलग परिवारों से संबंधित हैं, परंतु संक्रमण के लक्षणों में समानताएं हैं—बुखार, गले में खराश, खांसी, और सांस लेने में दिक्कत।

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इस बीच, एचएमपीवी वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर चिंता का माहौल बना हुआ है। चीनी अस्पतालों में रोगियों की बढ़ती संख्या और संक्रमित व्यक्तियों को भर्ती किए जाने की रिपोर्ट्स वायरल हो चुकी हैं। हालांकि, चीनी सरकार की ओर से अब तक किसी भी आपात स्थिति की घोषणा नहीं की गई है।

एचएमपीवी की संक्रमण दर और भारत में स्थिति

चीन में एचएमपीवी संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखकर, भारतीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने चिंता जताई है, लेकिन भारत में अभी तक इस वायरस का कोई बड़ा प्रकोप नहीं हुआ है। नशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) ने पुष्टि की है कि भारत में एचएमपीवी के कोई भी मामले सामने नहीं आए हैं।

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निवारण और उपचार

चीन में एचएमपीवी के मामलों में वृद्धि को देखते हुए, स्वास्थ्य अधिकारियों ने सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को लागू किया है। एचएमपीवी के खिलाफ वर्तमान में कोई टीका उपलब्ध नहीं है, जबकि कोविड-19 के खिलाफ प्रभावी टीके पहले से उपलब्ध हैं। हालांकि, एचएमपीवी संक्रमण के लिए कोई विशेष एंटीवायरल उपचार नहीं है। फिर भी, सामान्य सर्दी और खांसी के लिए दवाएं मददगार हो सकती हैं।

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

चीन में एचएमपीवी वायरस के मामलों में अचानक वृद्धि देखी जा रही है, जो गंभीर श्वसन संक्रमण उत्पन्न कर सकता है। हालांकि, इस वायरस के संदर्भ में तुरंत कोई चिंता का कारण नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। भारत में वर्तमान में एचएमपीवी के कोई मामले नहीं हैं, लेकिन जागरूकता बनाए रखना ज़रूरी है। विशेषज्ञों के मुताबिक, सामान्य सर्दी जुकाम की दवाएं एचएमपीवी के उपचार के लिए मददगार हो सकती हैं।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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