आख़िर तक – एक नज़र में
- प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तमिलनाडु के मंत्री केएन नेहरू और उनके बेटे पर ईडी छापा मारा है।
- यह कार्रवाई कथित ₹22 करोड़ बैंक धोखाधड़ी मामले के संबंध में हुई है।
- छापेमारी मंत्री केएन नेहरू, उनके बेटे लोकसभा सांसद अरुण नेहरू और भाई एन रविचंद्रन से जुड़े स्थानों पर हुई।
- इंडियन ओवरसीज बैंक की शिकायत पर दर्ज मामले में ट्रूडोम ईपीसी लिमिटेड कंपनी शामिल है।
- तमिलनाडु में त्रिची समेत कुल 13 ठिकानों पर ईडी छापा मारा गया, जिसमें रियल एस्टेट फर्म ट्रू वैल्यू होम्स भी शामिल है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
तमिलनाडु में मंत्री केएन नेहरू पर ईडी का शिकंजा
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तमिलनाडु में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए ईडी छापा मारा है। यह छापेमारी राज्य के नगरपालिका प्रशासन, शहरी एवं जल आपूर्ति मंत्री केएन नेहरू और उनके बेटे अरुण नेहरू, जो लोकसभा सदस्य भी हैं, से जुड़े कई ठिकानों पर की गई। सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई कथित ₹22 करोड़ के बैंक धोखाधड़ी मामले से जुड़ी है। इस खबर ने राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। यह ईडी छापा जांच एजेंसी की मनी लॉन्ड्रिंग और वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा माना जा रहा है।
क्या है बैंक धोखाधड़ी का मामला?
जानकारी के मुताबिक, यह पूरा मामला इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) द्वारा दर्ज कराई गई एक शिकायत पर आधारित है। बैंक ने ट्रूडोम ईपीसी लिमिटेड नामक कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। महत्वपूर्ण बात यह है कि मंत्री केएन नेहरू के भाई, एन रविचंद्रन, ट्रूडोम ईपीसी लिमिटेड में निदेशक हैं। इसी शिकायत के आधार पर ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया और अब यह ईडी छापा मारा गया है। जांच एजेंसी इस मामले में धन के लेन-देन और कंपनी की वित्तीय गतिविधियों की बारीकी से जांच कर रही है।
कहाँ-कहाँ हुई छापेमारी?
प्रवर्तन निदेशालय ने इस मामले में तमिलनाडु में कुल 13 स्थानों पर तलाशी ली। इन स्थानों में तमिलनाडु मंत्री केएन नेहरू का त्रिची स्थित आवास भी शामिल है। इसके अलावा, एन रविचंद्रन के स्वामित्व वाली रियल एस्टेट फर्म ट्रू वैल्यू होम्स (TVH) से जुड़े ठिकानों पर भी छापे मारे जाने की खबरें हैं। ईडी की टीमें इन सभी स्थानों पर दस्तावेजों और सबूतों की तलाश कर रही हैं। इस व्यापक ईडी छापा कार्रवाई का उद्देश्य बैंक धोखाधड़ी से जुड़े सभी पहलुओं को उजागर करना है।
हालिया अन्य कार्रवाइयों से संबंध?
यह ईडी छापा ऐसे समय में हुआ है जब जांच एजेंसियां दक्षिण भारत में अन्य मामलों में भी सक्रिय हैं। हाल ही में शुक्रवार को चेन्नई में एएम गोपालन की चिट फंड कंपनी श्री गोकुलम चिट्स के खिलाफ भी इसी तरह की छापेमारी हुई थी। एएम गोपालन, जिन्हें गोकुलम गोपालन के नाम से भी जाना जाता है, मलयालम फिल्म ‘एंपुरान’ के निर्माताओं में से एक हैं। यह फिल्म रिलीज के समय गुजरात दंगों और दक्षिणपंथी हिंदू समूहों की भूमिका को दर्शाने के तरीके के कारण चर्चा में आई थी।
इसके अतिरिक्त, ‘एंपुरान’ के निर्देशक और अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन को भी आयकर विभाग से नोटिस मिला है। उनसे 2022 में आई उनकी तीन फिल्मों – ‘जन गण मन’, ‘गोल्ड’ और ‘कडुवा’ – से हुई कमाई का ब्यौरा देने को कहा गया है। उन्हें नोटिस का जवाब देने के लिए 29 अप्रैल तक का समय दिया गया है। हालांकि केएन नेहरू पर हुए ईडी छापा का इन मामलों से सीधा संबंध अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह जांच एजेंसियों की बढ़ी हुई सक्रियता को दर्शाता है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- ईडी छापा तमिलनाडु के मंत्री केएन नेहरू और उनके बेटे सांसद अरुण नेहरू से जुड़े ठिकानों पर मारा गया।
- कार्रवाई ₹22 करोड़ की कथित बैंक धोखाधड़ी से जुड़ी है, जिसकी शिकायत इंडियन ओवरसीज बैंक ने की थी।
- मंत्री के भाई एन रविचंद्रन की कंपनी ट्रूडोम ईपीसी लिमिटेड और ट्रू वैल्यू होम्स भी जांच के दायरे में हैं।
- तमिलनाडु में त्रिची सहित कुल 13 स्थानों पर तलाशी ली गई।
- यह ईडी छापा गोकुलम चिट्स पर छापे और पृथ्वीराज सुकुमारन को मिले आईटी नोटिस के बाद हुआ है।
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