आख़िर तक – एक नज़र में
- पहलगाम हमले (26 मौतें) पर भारत की जवाबी कार्रवाई की कसम के बीच पूर्व पाक मंत्री का बयान आया।
- चौधरी फवाद हुसैन का बयान है कि भारत के हमले पर पाकिस्तान एकजुट होकर अपना बचाव करेगा।
- उन्होंने कहा कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद PML-N, PPP, PTI, JUI सभी दल साथ खड़े होंगे।
- हुसैन ने भारत की CCS बैठक के बाद संयम बरतने की उम्मीद जताई, युद्धोन्माद से बचने को कहा।
- भारत ने TRF के 3 पाकिस्तानी संदिग्धों के स्केच जारी किए, कड़ी कार्रवाई का संकल्प लिया।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
पहलगाम में हुए घातक आतंकी हमले पर भारत द्वारा कड़ी जवाबी कार्रवाई का संकल्प लेने के बाद, पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन का एक अहम फवाद हुसैन बयान सामने आया है। इस हमले में कम से कम 26 लोगों की जान चली गई थी और कई घायल हुए थे। हुसैन ने राष्ट्रीय एकता का आह्वान करते हुए कहा कि अगर भारत हमला करता है तो देश एकजुट होकर अपना बचाव करेगा।
पाकिस्तान की एकजुटता का आह्वान
चौधरी फवाद हुसैन, जो अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के एक वरिष्ठ नेता हैं, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X का सहारा लिया। उन्होंने अपने फवाद हुसैन बयान में घोषणा की कि सभी प्रमुख दल एकजुट होंगे। इसमें पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), पीटीआई, और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (जेयूआई) शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक विभाजन के बावजूद देश एकजुट है।
हुसैन ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “पाकिस्तान राजनीतिक रूप से विभाजित है, लेकिन हम एक राष्ट्र के रूप में एकजुट हैं। अगर भारत द्वारा हमला किया जाता है या धमकी दी जाती है, तो सभी समूह – पीएमएल-एन, पीपीपी, पीटीआई, जेयूआई, और अन्य – अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए पाकिस्तानी झंडे के नीचे एकजुट होंगे।” हालांकि, इस पोस्ट में उन्होंने पहलगाम नरसंहार का कोई जिक्र नहीं किया। यह फवाद हुसैन बयान भारत की प्रतिक्रिया की आशंका के बीच आया।
भारत से संयम की अपील
ऐसा प्रतीत होता है कि हुसैन आतंकी हमले के बाद भारत में हो रहे घटनाक्रम पर लगातार नजर रख रहे थे। उन्होंने एक्स पर एक और पोस्ट साझा किया। इसमें उन्होंने मोदी सरकार से संयम बरतने की उम्मीद जताई।
उन्होंने लिखा, “भारतीय कैबिनेट ने अपनी सुरक्षा बैठक समाप्त कर ली है – उम्मीद करते हैं कि ठंडे दिमाग से काम लिया जाएगा। अधिकारी मीडिया-ईंधन वाले युद्धोन्माद में पड़कर लाखों लोगों की जान जोखिम में नहीं डालेंगे।” यह फवाद हुसैन बयान उनकी चिंता दर्शाता है।
पहलगाम हमले का संदर्भ
जम्मू-कश्मीर में हुआ यह आतंकवादी हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद सबसे घातक हमलों में से एक था। यह मंगलवार दोपहर अनंतनाग जिले के पहलगाम कस्बे के पास एक घास के मैदान के निकट हुआ। बंदूकधारियों ने भीड़ पर गोलीबारी की। इसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। दर्जनों लोग घायल भी हुए। हमले के तुरंत बाद, द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने जिम्मेदारी ली। TRF पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा का एक प्रॉक्सी संगठन है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने हमले के पीछे माने जा रहे तीन संदिग्धों के स्केच जारी किए। ये सभी पाकिस्तानी नागरिक बताए जा रहे हैं: आसिफ फौजी, सुलेमान शाह और अबू तलहा।
भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कसम खाई कि भारत हमलावरों को खत्म करने तक ही नहीं रुकेगा। सीमा पार से साजिश रचने वालों को भी निशाना बनाया जाएगा। उन्होंने कहा, “उन्हें ढूंढ निकाला जाएगा,” और निर्णायक कार्रवाई का वादा किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसी भावना को दोहराया। उन्होंने घटना को “जघन्य कृत्य” बताया और न्याय दिलाने का संकल्प लिया। पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “उन्हें (आतंकवादियों को) बख्शा नहीं जाएगा! उनका दुष्ट एजेंडा कभी सफल नहीं होगा। आतंकवाद से लड़ने का हमारा संकल्प अटूट है और यह और भी मजबूत होगा।” फवाद हुसैन का बयान भारत के इसी कड़े रुख के बाद आया है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- पूर्व पाक मंत्री का फवाद हुसैन बयान पहलगाम हमले पर भारत की प्रतिक्रिया के बीच आया।
- उन्होंने कहा कि भारत के हमले या धमकी पर पाकिस्तान के सभी राजनीतिक दल एकजुट होंगे।
- हुसैन ने भारत से संयम बरतने और “युद्धोन्माद” से बचने की अपील की।
- TRF ने पहलगाम हमले (26 मौतें) की जिम्मेदारी ली; 3 पाकिस्तानी संदिग्धों के स्केच जारी।
- भारत के रक्षा मंत्री और पीएम ने सीमा पार साजिशकर्ताओं सहित दोषियों को कड़ी सजा देने का संकल्प लिया।
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