आख़िर तक – एक नज़र में
- भारतीय कोच गौतम गंभीर ने मेलबर्न टेस्ट में हार के बाद टीम को सख्त संदेश दिया।
- उन्होंने खिलाड़ियों को प्रदर्शन और दृष्टिकोण सुधारने की नसीहत दी।
- गंभीर ने “टीम फर्स्ट” पर जोर देते हुए ईमानदार बातचीत की बात स्वीकार की।
- रोहित शर्मा का सिडनी टेस्ट में खेलना अभी तय नहीं।
- पूर्व कप्तान मार्क वॉ ने रोहित को टीम से बाहर करने की सिफारिश की।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
पृष्ठभूमि
मेलबर्न टेस्ट में 184 रन की हार के बाद, गौतम गंभीर ने भारतीय टीम के प्रदर्शन की सख्त समीक्षा की। टीम की मानसिकता और जिम्मेदारी की कमी पर सवाल उठाते हुए, गंभीर ने खिलाड़ियों को सुधारने और अधिक समर्पित होने के लिए प्रेरित किया।
ड्रेसिंग रूम में क्या हुआ?
गंभीर ने टीम को कहा, “मैंने अब तक ज्यादा नहीं बोला, इसका मतलब यह नहीं कि आप चीजें हल्के में ले सकते हैं।” उनके शब्द खिलाड़ियों के लिए एक “वेक-अप कॉल” की तरह थे। सूत्रों के अनुसार, गंभीर ने खिलाड़ियों से “नेचुरल गेम” के बजाय मैच की परिस्थितियों के अनुसार खेलने की बात कही।
मीडिया और विवाद पर प्रतिक्रिया
गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ड्रेसिंग रूम में फूट की अफवाहों को खारिज करते हुए कहा, “ईमानदारी बड़ी उपलब्धियां पाने के लिए बेहद जरूरी है। किसी भी खिलाड़ी और कोच के बीच हुई बहस गोपनीय होनी चाहिए।”
रोहित शर्मा का भविष्य
सूत्रों के मुताबिक, कप्तान रोहित शर्मा का सिडनी टेस्ट में खेलना संदिग्ध है। वे स्लिप कॉर्डन में अभ्यास करते नहीं दिखे और नेट्स पर उनकी बैटिंग भी सीमित रही। गंभीर ने कहा कि पिच को देखने के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
दबाव और टीम की तैयारी
रोहित की फॉर्म पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में तीन टेस्ट में केवल 31 रन बनाए। टीम के संयोजन और खिलाड़ियों की भूमिका पर अभी गंभीर और चयनकर्ताओं को अंतिम फैसला लेना है।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- गौतम गंभीर का ड्रेसिंग रूम भाषण टीम के लिए चेतावनी और प्रेरणा का प्रतीक था।
- टीम की एकता और सुधार पर जोर दिया गया।
- रोहित शर्मा का सिडनी टेस्ट में खेलना अब भी संशय में है।
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