आख़िर तक – एक नज़र में
- इस्राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने गाजा संघर्षविराम के लिए बंधक सूची प्रस्तुत करने की शर्त रखी।
- हमास ने 33 इस्राइली बंधकों को रिहा करने की योजना बनाई है।
- इसके बदले इस्राइल 2,000 फिलिस्तीनियों को रिहा करेगा।
- संघर्षविराम समझौता कतर के मध्यस्थता से तय हुआ।
- यह समझौता गाजा संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक अहम कदम है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
नेतन्याहू का बयान
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शनिवार को साफ कहा कि गाजा संघर्षविराम तब तक लागू नहीं होगा जब तक हमास 33 बंधकों की सूची प्रस्तुत नहीं करता। नेतन्याहू ने सोशल मीडिया पर कहा, “हम समझौते को तब तक आगे नहीं बढ़ाएंगे जब तक हमें बंधकों की सूची नहीं मिलती। हमास की जवाबदेही तय होगी।”
संघर्षविराम की शर्तें
गाजा संघर्षविराम का पहला चरण 42 दिनों तक चलेगा, जिसमें हमास 33 इस्राइली बंधकों को रिहा करेगा। बदले में, इस्राइल 2,000 फिलिस्तीनियों को जेलों से रिहा करेगा। समझौता रविवार (19 जनवरी) को सुबह 8:30 बजे स्थानीय समय पर लागू होगा।
पृष्ठभूमि और संघर्ष के प्रभाव
गाजा में 15 महीने से जारी संघर्ष ने हजारों लोगों की जान ली है और भारी तबाही मचाई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक 46,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
हमास का हमला और इस्राइल की प्रतिक्रिया
7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा किए गए हमले में 1,200 इस्राइली मारे गए और 250 लोगों को बंदी बनाया गया। इसके बाद इस्राइल ने पलटवार करते हुए बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान शुरू किया।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- नेतन्याहू ने बंधक सूची पर समझौते को रोका।
- गाजा संघर्ष में 46,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए।
- कतर ने संघर्षविराम समझौते में मध्यस्थता की।
- 42 दिनों तक चलेगा संघर्षविराम का पहला चरण।
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