कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कर्नाटक लोकायुक्त द्वारा MUDA मामले में जांच के आदेश के बाद इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है, लेकिन सिद्धारमैया ने अपनी स्थिति को साफ करते हुए कहा कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है और वे कानूनी लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा, “मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। मैंने कोई गलत काम नहीं किया है।”
सिद्धारमैया के इस बयान के बाद कर्नाटक विधानसभा में भाजपा ने जोरदार विरोध किया और मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। इस बीच, उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भी इस संभावना को खारिज कर दिया कि सिद्धारमैया इस्तीफा देंगे।
यह मामला तब सामने आया जब एक विशेष अदालत ने बुधवार को लोकायुक्त को तीन महीने में एक रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया और मामले में FIR दर्ज करने का निर्देश दिया। यह मामला मुख्य रूप से सिद्धारमैया की पत्नी बीएम पार्वती को MUDA द्वारा उच्च मूल्य वाली संपत्ति आवंटित करने से संबंधित है।
इसके पहले, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने सिद्धारमैया की उस याचिका को खारिज कर दिया था जिसमें उन्होंने राज्यपाल की मंजूरी को चुनौती दी थी। अदालत ने कहा कि राज्यपाल विशेष परिस्थितियों में स्वतंत्र निर्णय ले सकते हैं।
अब लोकायुक्त की जांच तीन महीने में पूरी होने की उम्मीद है। विरोधी पक्ष लगातार मुख्यमंत्री पर इस्तीफे का दबाव बना रहा है, लेकिन सिद्धारमैया इस मामले को अदालत में चुनौती देंगे और इस्तीफा देने के लिए तैयार नहीं हैं।
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