आखिर तक – संक्षेप में
- केरल में 100 करोड़ रिश्वत कांड में विधायक थॉमस के. थॉमस का नाम चर्चा में आया है।
- आरोप है कि उन्होंने एलडीएफ के दो विधायकों को NCP के अजीत पवार गुट में शामिल होने के लिए रिश्वत देने की कोशिश की।
- NCP (SCP) के चार सदस्यीय पैनल ने इस मामले की जांच के लिए थॉमस और आरोपित विधायकों के बयान दर्ज किए हैं।
- केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने भी इस मामले पर ध्यान दिया है और विधायकों के साथ बातचीत की है।
- थॉमस ने इन आरोपों से इनकार करते हुए इसकी गहन जांच की मांग की है।
आखिर तक – विस्तृत
केरल की राजनीति में रिश्वत का नया विवाद
केरल में एक नया राजनीतिक विवाद तब खड़ा हुआ जब कुट्टनाड के विधायक थॉमस के. थॉमस पर आरोप लगा कि उन्होंने दो सत्तारूढ़ एलडीएफ विधायकों को एनसीपी (अजीत पवार) के गुट में शामिल होने के लिए 50 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की। इस कथित घूस का उद्देश्य मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर दबाव बनाकर कैबिनेट में स्थान प्राप्त करना और राज्य में बीजेपी के लिए राजनीतिक समर्थन बढ़ाना था।
एनसीपी (SCP) की जांच
एनसीपी (SCP) के चार सदस्यीय जांच पैनल ने थॉमस के. थॉमस और उन दो एलडीएफ विधायकों के बयान दर्ज किए, जिनसे कथित तौर पर रिश्वत देने की कोशिश की गई थी। इनमें से एक विधायक जादिपथ्य केरल कांग्रेस के एंटनी राजू हैं और दूसरे विधायक क्रांतिकारी सोशलिस्ट पार्टी (लेनिनवादी) के कोवूर कुंजुमोन हैं।
पिनराई विजयन और एलडीएफ की स्थिति
इस घोटाले को पहली बार एंटनी राजू ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के सामने लाया। हालांकि, विजयन के पूछने पर कुंजुमोन ने इस आरोप से इनकार कर दिया। पिनराई विजयन ने इस मामले पर सीपीआई (एम) राज्य सचिवालय बैठक में चर्चा की थी, जिससे यह मामला मीडिया में उजागर हुआ।
क्या है थॉमस का पक्ष?
66 वर्षीय थॉमस, जो अपने भाई के निधन के बाद राजनीति में आए थे, ने इस रिश्वत के आरोप को सिरे से खारिज किया। उन्होंने कहा कि “ऐसा कोई प्रस्ताव देने का सवाल ही नहीं उठता, मेरे पास 100 करोड़ रुपये कहां से आएंगे?”
केरल की राजनीति में असर
हालांकि, थॉमस की मंत्री बनने की उम्मीदों पर इस विवाद ने पानी फेर दिया है। कुछ पर्यवेक्षकों का मानना है कि इस विवाद से एनसीपी का अजीत पवार गुट और बीजेपी का गुप्त समर्थन बढ़ सकता है। एनसीपी (अजीत पवार) केरल के नेता मोहम्मद कुट्टी ने इस रिश्वत के आरोपों से किसी भी संबंध से इनकार किया है।
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