आख़िर तक – इन शॉर्ट्स
- लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने मुंबई में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जो पहले पंजाब और दिल्ली में सक्रिय था।
- जेल में रहते हुए भी, बिश्नोई अपने गैंग का संचालन कर रहा है, जो देशभर में कई हत्याओं और अपराधों के लिए जिम्मेदार है।
- बिश्नोई के पास ‘सुरक्षा कवच’ होने का सवाल उठता है, क्योंकि वह दशकों से जेल में रहते हुए भी अपने अपराधी नेटवर्क का संचालन कर रहा है।
आख़िर तक – इन डेप्थ
लॉरेंस बिश्नोई का ‘सुरक्षा कवच’ क्या है?
लॉरेंस बिश्नोई का नाम अब मुंबई अंडरवर्ल्ड में भी चर्चा का विषय बन गया है। 1990 के दशक के बम धमाकों के बाद, मुंबई अंडरवर्ल्ड को विदेश से संचालित किया गया था। हालांकि, बिश्नोई पिछले दशक से जेल के अंदर से अपने गैंग को बेखौफ तरीके से चला रहा है। इससे बड़ा सवाल उठता है कि आखिरकार उसका ‘सुरक्षा कवच’ क्या है?
पिछले दो दशकों की शांति के बाद, मुंबई अब एक अंडरवर्ल्ड गैंग के खौफ का सामना कर रही है। पंजाब और दिल्ली में खून बहाने के बाद, लॉरेंस बिश्नोई का गैंग अब भारत की व्यावसायिक राजधानी मुंबई में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। 90 के दशक के बॉम्बे और आज के बीच बड़ा अंतर यह है कि बिश्नोई विदेश नहीं भागा, बल्कि वह भारत में जेल के अंदर से ही अपने नेटवर्क को चला रहा है।
बिश्नोई की ताकत और उसके कुख्यात गैंग की पहुंच ने न केवल मुंबई बल्कि पूरे भारत में डर का माहौल बना दिया है। जेल में रहते हुए, वह संगठित अपराध का संचालन करता है, जिससे उसकी ताकत और सुरक्षात्मक कवच पर सवाल उठते हैं।
लॉरेंस बिश्नोई का अपराधिक इतिहास
लॉरेंस बिश्नोई का जन्म 1993 में पंजाब के फिरोजपुर जिले में हुआ था। कॉलेज के दौरान, उसने आपराधिक गतिविधियों में कदम रखा और धीरे-धीरे उसका नाम पंजाब के अपराधी दुनिया में छा गया। इसके बाद, उसने उत्तर भारत में अपने आपराधिक साम्राज्य को फैला दिया। उसकी गतिविधियां अब पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, और महाराष्ट्र तक फैली हुई हैं।
बिश्नोई का गैंग लगभग 700 शूटरों के साथ काम करता है, जो विभिन्न राज्यों में सक्रिय हैं। यहां तक कि जेल में रहते हुए, वह अपने साथियों से संपर्क में रहता है और गैंग का संचालन करता है। उसके गैंग के कार्य, धमकियां और हत्या के मामलों ने उसकी कुख्यातता को और बढ़ाया है।
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