महाकुंभ: महाशिवरात्रि पर 1 करोड़ श्रद्धालु | आख़िर तक

आख़िर तक
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महाकुंभ: महाशिवरात्रि पर 1 करोड़ श्रद्धालु! | आख़िर तक

आख़िर तक – एक नज़र में:

  • महाशिवरात्रि पर महाकुंभ में अंतिम अमृत स्नान के लिए 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
  • अब तक लगभग 64 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं।
  • उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
  • श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों का निर्धारण किया गया है।
  • कुंभ मेला हर 12 साल में प्रयागराज में आयोजित होता है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार:

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प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ (Maha Kumbh) में महाशिवरात्रि के अवसर पर अंतिम अमृत स्नान (Amrit Snan) के लिए 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। यह दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, और उत्तर प्रदेश सरकार ने इस भारी भीड़ को संभालने के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। यह महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ था।

अब तक लगभग 64 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम (Triveni Sangam) में स्नान कर चुके हैं – गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम। महाकुंभ (Maha Kumbh) 13 जनवरी को शुरू हुआ था। महाकुंभ (Maha Kumbh) में अब तक कुल पांच अमृत स्नान हुए हैं – 13 जनवरी, 14 जनवरी, 29 जनवरी, 3 फरवरी और 12 फरवरी।

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इस बीच, मानव इतिहास के सबसे बड़े जमावड़े का हिस्सा बनने के लिए श्रद्धालुओं का भारी भीड़ प्रयागराज की ओर आ रहा है, जिससे ट्रेनें, उड़ानें और सड़क मार्ग भर गए हैं। श्रद्धालुओं को कल पवित्र स्नान करने की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था के तहत, अधिकारियों ने लखनऊ और प्रतापगढ़ से आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए फाफामऊ घाट (Phaphamau Ghat) निर्धारित किया है, जबकि रेवान, बांदा, चित्रकूट और मिर्जापुर के लोगों के लिए अरैल घाट (Arail Ghat) आरक्षित किया गया है। कौशाम्बी से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए संगम घाट (Sangam Ghat) निर्धारित किया गया है।

सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से पूरे मेला क्षेत्र में किसी भी वाहन को अनुमति नहीं दी जाएगी, जबकि केवल पास वाले वाहनों को ही निर्धारित पार्किंग क्षेत्रों में पार्क करने की अनुमति होगी। इस दौरान 40 पुलिस टीमों को मोटरसाइकिलों पर प्रयागराज की ओर जाने वाले सभी प्रमुख राजमार्गों और मार्गों पर तैनात किया गया है। सुगम और सुरक्षित यातायात प्रवाह के लिए, डायवर्जन बनाए गए हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक स्तर के अधिकारियों को प्रयागराज को जोड़ने वाले सात सड़क मार्गों पर तैनात किया जाएगा।

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कुंभ का आखिरी दिन महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के साथ पड़ने के कारण, भक्तों को शहर के सभी शिव मंदिरों में जाने की अनुमति दी जाएगी, जहां कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस कर्मियों को पहले ही तैनात किया जा चुका है।

महाकुंभ की शुरुआत में, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अनुमान लगाया था कि इस आयोजन में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आएंगे, एक ऐसा मील का पत्थर जो 11 फरवरी तक हासिल कर लिया गया था। अगले तीन दिनों में, यह संख्या 50 करोड़ को पार कर गई।

हर चार साल में तीन पवित्र स्थानों – हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में आयोजित होने वाला, और हर 12 साल में प्रयागराज में, कुंभ मेला लाखों तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है, जो मानते हैं कि इस अवधि के दौरान पवित्र नदियों में स्नान करने से जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति मिलती है। महाकुंभ (Maha Kumbh) का यह अंतिम अमृत स्नान (Amrit Snan) कई लोगों के लिए विशेष महत्व रखता है।

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें:

  • महाशिवरात्रि पर महाकुंभ में अंतिम अमृत स्नान, 1 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आने की उम्मीद।
  • लगभग 64 करोड़ श्रद्धालु अब तक त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं।
  • उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं।
  • श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए घाटों का निर्धारण किया गया है।
  • हर 12 साल में प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन होता है।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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