आख़िर तक – एक नज़र में
महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता पद को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और एनसीपी इस पद के दावेदार हैं।
नवंबर के चुनाव में महा विकास अघाड़ी के सभी दल 29 सीटों के नियम को पूरा नहीं कर पाए।
विपक्ष के नेता और उपाध्यक्ष पद की मांग विधानसभा अध्यक्ष के अधिकार में है।
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने कहा कि इस पर एमवीए के सहयोगियों से चर्चा की जाएगी।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
महा विकास अघाड़ी में दरार?
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हार के बाद महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगी दल शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस, और एनसीपी में विपक्ष के नेता पद को लेकर खींचतान हो रही है। चुनाव में एमवीए ने 288 में से कुल 46 सीटें जीतीं, लेकिन विपक्ष के नेता के लिए 10% यानी 29 सीटों की जरूरत होती है।
कौन है दावेदार?
नवंबर 20 के चुनाव में शिवसेना (यूबीटी) ने 20, कांग्रेस ने 16 और एनसीपी (शरद पवार) ने 10 सीटें जीतीं। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार और नाना पटोले विपक्ष के नेता पद के लिए प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। शिवसेना (यूबीटी) ने अपने नेता के तौर पर भास्कर जाधव को और मुख्य सचेतक के रूप में सुनील प्रभु को चुना है।
अध्यक्ष के अधिकार
विधानसभा अध्यक्ष इस पद पर अंतिम निर्णय लेंगे। एमवीए के तीनों दलों ने विपक्ष के नेता और उपाध्यक्ष पद की मांग की है, लेकिन कांग्रेस का दावा मजबूत माना जा रहा है।
आगे की रणनीति
नाना पटोले ने कहा कि एमवीए सहयोगी दलों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। फिलहाल, महायूति (बीजेपी, शिवसेना, और अजित पवार की एनसीपी) ने चुनाव में 230 सीटों पर बड़ी जीत दर्ज की।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- महा विकास अघाड़ी में विपक्ष के नेता पद को लेकर विवाद।
- कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), और एनसीपी सभी पद के दावेदार।
- 29 सीटों की न्यूनतम आवश्यकता पूरी नहीं हो रही।
- अंतिम निर्णय विधानसभा अध्यक्ष के अधिकार में।
- कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार और नाना पटोले प्रमुख दावेदार।
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