नागपुर हिंसा: घरों पर हमला, पत्थरबाजी

आख़िर तक
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नागपुर हिंसा: घरों पर हमला, पत्थरबाजी

आख़िर तक – एक नज़र में

  • नागपुर में दो समुदायों के बीच झड़प में घरों पर हमला और पत्थरबाजी हुई।
  • हिंसा की शुरुआत शाम 7 बजे अफवाहों के बाद हुई।
  • वीएचपी और बजरंग दल औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग कर रहे थे।
  • इस घटना में 30 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
  • स्थानीय लोगों ने भयावह रात की आपबीती सुनाई।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

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नागपुर के स्थानीय लोगों के लिए यह एक भयावह रात थी। औरंगजेब के मकबरे को हटाने के आह्वान के बीच दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। चितनिस पार्क और हंसापुरी के निवासियों ने बताया कि उनके घरों और कारों पर पत्थर फेंके गए। मध्य नागपुर में एक भीड़ ने जमकर उत्पात मचाया। जिसके बाद सरकार को बड़े पैमाने पर सभाओं पर प्रतिबंध लगाना पड़ा।

हिंसा की शुरुआत शाम 7 बजे के बाद हुई। अफवाह थी कि एक समुदाय की पवित्र पुस्तक को विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल के औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग के आंदोलन के दौरान अपवित्र किया गया था। इस घटना में कई पुलिस कर्मियों सहित 30 से अधिक लोग घायल हो गए। नागपुर हिंसा की वजह से शहर में तनाव का माहौल बन गया।

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चितनिस पार्क के निवासियों ने पीटीआई को बताया कि एक भीड़ उनके इलाके में घुस आई। उन्होंने उनके घरों पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। खिड़कियां और वॉटर कूलर तोड़ दिए। गलियों में खड़ी कई कारों और बाइक में तोड़फोड़ की गई और आग लगा दी गई।

स्थिति सामान्य होने के बाद, निवासियों ने खुद आग बुझाने के लिए पानी की व्यवस्था की। इस मुश्किल समय में लोगों ने एक दूसरे की मदद की।

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लगभग 10.30 बजे, पुरानी भंडारा रोड के पास हंसापुरी इलाके में हिंसा का एक और दौर शुरू हुआ। यहां एक क्लिनिक को भी भीड़ ने क्षतिग्रस्त कर दिया।

एक निवासी, वंश कावले ने कहा कि भीड़, जिसने अपने चेहरे ढके हुए थे, ने इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों को तोड़ दिया। उन्होंने उनके घरों में घुसने की भी कोशिश की। एक अन्य स्थानीय निवासी ने कहा कि भीड़ एक मेडिकल सुविधा में भी घुस गई और टेबल तोड़ दिए और दवाइयों को नुकसान पहुंचाया। इस घटना ने लोगों को डरा दिया। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। हिंसा करने वालो को पकड़ने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। नागपुर में शांति स्थापित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय है।

  • हिंसा का स्थान: नागपुर, चितनिस पार्क और हंसापुरी
  • हिंसा का कारण: औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग
  • शुरुआत का समय: शाम 7 बजे
  • घायल: 30 से अधिक लोग
  • नुकसान: घरों और कारों पर पत्थरबाजी, आगजनी

आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • नागपुर में दो समुदायों के बीच झड़प में घरों पर हमला हुआ।
  • हिंसा की शुरुआत अफवाहों के बाद हुई।
  • वीएचपी और बजरंग दल औरंगजेब के मकबरे को हटाने की मांग कर रहे थे।
  • इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए।
  • स्थानीय लोगों ने भयावह रात की आपबीती सुनाई।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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