पीएम के सलाहकार ने जॉर्ज सोरोस से जुड़ी फंडिंग पर दी सफाई

आख़िर तक
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पीएम के सलाहकार ने जॉर्ज सोरोस से जुड़ी फंडिंग पर दी सफाई

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. पीएम के सलाहकार शमिक रवि ने जॉर्ज सोरोस फंडिंग के आरोपों को गलत बताया।
  2. उन्होंने कहा कि ओपन सोसाइटी ने 2006-07 में भारतीय स्कूल ऑफ बिजनेस को फंड दिया था।
  3. शमिक रवि ने इसे सीधे फंडिंग से जोड़ा जाना असत्य बताया।
  4. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने इस मामले की जांच की मांग की।
  5. शमिक रवि ने इसे मानहानि का मामला बताते हुए जवाबी हमला किया।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

कांग्रेस के आरोप और शमिक रवि की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) की सदस्य प्रोफेसर शमिक रवि ने कांग्रेस नेता पवन खेड़ा के आरोपों को “पूरी तरह गलत” बताया। खेड़ा ने दावा किया था कि अमेरिकी निवेशक जॉर्ज सोरोस द्वारा वित्त पोषित संगठन से उन्हें फंड मिला था।

शमिक रवि ने स्पष्ट किया कि 2006-07 में, जब वह भारतीय स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) में असिस्टेंट प्रोफेसर थीं, तब ओपन सोसाइटी फाउंडेशन ने ISB को फंड किया था। “यह फंड सीधे किसी भी फैकल्टी सदस्य को नहीं मिला,” उन्होंने कहा।

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कांग्रेस का जवाबी हमला

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने मंगलवार को एक ट्वीट में शमिक रवि पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) से जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि शमिक रवि को तुरंत हटा देना चाहिए और उनके कामों की जांच करनी चाहिए।

शमिक रवि का जोरदार पलटवार

शमिक रवि ने कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा, “18 साल बाद मैंने EAC-PM जॉइन किया। मुझे अपने काम, अपने देश और अपने प्रधानमंत्री पर गर्व है।” उन्होंने इसे मानहानि का मामला बताया।

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राजनीतिक विवाद की पृष्ठभूमि

यह विवाद उस समय सामने आया है जब भाजपा ने संसद में कांग्रेस पर जॉर्ज सोरोस से संबंध रखने का आरोप लगाया है। भाजपा ने इसे विपक्षी दलों पर दबाव बनाने का प्रयास बताया है, जबकि कांग्रेस ने इसे अदानी घोटाले से ध्यान भटकाने की चाल करार दिया।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

  • शमिक रवि ने जॉर्ज सोरोस फंडिंग के आरोपों को नकारा।
  • ISB को मिला फंड सीधे किसी सदस्य को नहीं गया।
  • कांग्रेस ने मामले की जांच की मांग की।
  • शमिक रवि ने इसे मानहानि का मामला बताया।
  • विवाद के पीछे अदानी मामले से ध्यान भटकाने की राजनीति है।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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