पीएम मोदी का ऐतिहासिक यूक्रेन दौरा: भारत-यूक्रेन संबंधों को मज़बूत करना

आख़िर तक
5 Min Read
पीएम मोदी का ऐतिहासिक यूक्रेन दौरा: भारत-यूक्रेन संबंधों को मज़बूत करना

पीएम मोदी का ऐतिहासिक यूक्रेन दौरा: भारत-यूक्रेन संबंधों को मज़बूती देने की दिशा में एक कदम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूक्रेन की यात्रा कर इतिहास रच दिया, जो 1991 में सोवियत संघ से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद यूक्रेन का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब क्षेत्र में रूस के साथ चल रहे संघर्ष के कारण तनाव बढ़ा हुआ है। कीव में अपने संक्षिप्त प्रवास के दौरान, पीएम मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से मुलाकात की, जो कूटनीतिक दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है।

- विज्ञापन -

एक प्रतीकात्मक एकजुटता का संदेश

दौरे के दौरान पीएम मोदी ने युद्धग्रस्त देश के शहीद स्मारक की यात्रा के दौरान राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के कंधे पर हाथ रखकर एक प्रतीकात्मक लेकिन महत्वपूर्ण संदेश दिया। इस इशारे से भारत की यूक्रेन के प्रति एकजुटता को स्पष्ट किया गया।

- विज्ञापन -

वैश्विक संघर्षों पर भारत की स्थिति

कीव में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए, पीएम मोदी ने वैश्विक संघर्षों पर भारत की स्थिति को दोहराया। उन्होंने मानवता के लिए खतरा उत्पन्न करने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए एकता और सहयोग के महत्व पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा, “भारत का रुख बहुत स्पष्ट है — यह युद्ध का समय नहीं है। यह मानवता के लिए खतरा उत्पन्न करने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए एकजुट होने का समय है।”

- विज्ञापन -

भारतीय प्रवासियों के साथ जुड़ाव

कीव पहुंचने पर पीएम मोदी का भारतीय प्रवासियों द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया, जिन्होंने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। प्रधानमंत्री ने इस गर्मजोशी भरे स्वागत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा कीं, जिससे भारत और विदेशों में अपने लोगों के बीच के मजबूत संबंधों को उजागर किया गया।

द्विपक्षीय संबंधों को मज़बूत करना

विदेश मंत्रालय (MEA) ने बताया कि कीव में पीएम मोदी की मुलाकातें राजनीतिक, व्यापारिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक संबंधों सहित द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं को कवर करेंगी। इस दौरे को भारत और यूक्रेन के बीच संबंधों को मजबूत करने के कदम के रूप में देखा जा रहा है, खासकर मौजूदा संघर्ष के मद्देनजर।

स्थायी शांति के लिए आह्वान

भारत ने यूक्रेन संघर्ष पर एक तटस्थ रुख बनाए रखा है और संवाद और कूटनीति के माध्यम से शांतिपूर्ण समाधान की वकालत की है। विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने कहा, “स्थायी शांति केवल उन विकल्पों के माध्यम से ही प्राप्त की जा सकती है जो दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य हों। और यह केवल एक वार्ता आधारित समाधान हो सकता है।”

निष्कर्ष

पीएम मोदी का यह दौरा, जो उनके हालिया रूस दौरे के बाद हो रहा है, भारत के दोनों देशों के साथ संबंधों को संतुलित करने के इरादे का संकेत देता है। यूक्रेन के साथ जुड़कर, भारत क्षेत्र में शांति और स्थिरता का समर्थन करने की अपनी प्रतिबद्धता को फिर से पुष्टि करता है।

“आख़िर तक by SCNN” का संदेश:

हमारी समाचार कवरेज पढ़ने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद। हम नवीनतम घटनाओं पर सटीक, समयबद्ध और गहन अपडेट देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आपका समर्थन हमें उच्च गुणवत्ता वाली पत्रकारिता को जारी रखने की शक्ति देता है। यदि आपको यह लेख सूचनात्मक लगा, तो कृपया इसे दूसरों के साथ साझा करना न भूलें। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए अत्यंत मूल्यवान है—किसी भी सुझाव के लिए आप हमें टिप्पणी में बता सकते हैं या सीधे संपर्क कर सकते हैं। आपके लिए महत्वपूर्ण कहानियों पर और अधिक गहन रिपोर्ट और ताजे अपडेट के लिए हमारे साथ जुड़े रहें। विशेष सामग्री और त्वरित समाचार प्राप्त करने के लिए हमें सोशल मीडिया पर फॉलो करें और हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें। आइए, मिलकर सूचित और सक्रिय रहें। हिंदी समाचारों के लिए www.aakhirtak.com और अंग्रेजी समाचारों के लिए scnn.aakhirtak.com पर अवश्य जाएं। नवीनतम तकनीकी अपडेट्स के लिए www.saraswatichandra.in पर ज़रूर विजिट करें। सूचित रहें, जुड़े रहें। धन्यवाद।

SCNN चैनल के साथ अपडेट रहें

अधिक अपडेट के लिए हमारे सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर हमें फॉलो करें:

जुड़े रहें और कोई भी अपडेट न चूकें!


Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
Leave a Comment

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

करवा चौथ: महत्व और उत्सव खोया हुआ मोबाइल कैसे ढूंढे: आसान और तेज़ तरीके