पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि वे यूपीए सरकार के दौरान कश्मीर घाटी में घूमने से डरते थे। बीजेपी ने इस बयान का मजाक उड़ाया और धारा 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में आए बदलावों को उजागर किया। शिंदे ने सोमवार को दिल्ली में अपनी आत्मकथा ‘पांच दशक की राजनीति’ के लॉन्च के दौरान यह बयान दिया। उन्होंने कहा, “गृह मंत्री बनने से पहले, मैं (शिक्षाविद विजय धर से) सलाह लेता था। उन्होंने मुझे लल चौक जाने और वहां के लोगों से मिलने की सलाह दी। लोग सोचते थे कि गृह मंत्री बिना किसी डर के घूम रहा है, लेकिन हकीकत में मैं डरता था।”
शिंदे का यह बयान भाजपा के निशाने पर आ गया। बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव ने कहा, “कांग्रेस शासन के दौरान गृह मंत्री कश्मीर जाने से डरते थे, जबकि मोदी सरकार में 2-3 करोड़ पर्यटक हर साल जम्मू-कश्मीर आते हैं। धारा 370 हटने से लोकतंत्र मजबूत हुआ है और भ्रष्ट राजनीतिक वंशों का प्रभाव कम हुआ है।” बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, “आज राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं और कश्मीर में स्नो फाइट कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस जम्मू-कश्मीर को फिर से आतंक के दिनों में ले जाना चाहती हैं।”
धारा 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को विशेष स्वायत्तता मिली हुई थी, जिसमें राज्य का अपना संविधान, ध्वज और आंतरिक मामलों पर नियंत्रण था। 5 अगस्त, 2019 को सरकार ने धारा 370 को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेशों में पुनर्गठित कर दिया।
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