स्पेसएक्स ने NASA के हीट शील्ड चैलेंज को कैसे हल किया?

आख़िर तक
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स्पेसएक्स ने NASA के हीट शील्ड चैलेंज को कैसे हल किया?

आख़िर तक – एक नज़र में:

  1. स्पेसएक्स ने अपनी स्टारशिप स्पेसक्राफ्ट के लिए हीट शील्ड तकनीक में सुधार किया है।
  2. NASA का ओरियन स्पेसक्राफ्ट अभी भी हीट शील्ड से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहा है।
  3. NASA के Artemis-II मिशन की समय सीमा को 2025 से 2026 तक बढ़ा दिया गया है।
  4. ओरियन मिशन में उच्च तापमान के कारण हीट शील्ड में असामान्य क्षति देखी गई।
  5. स्पेसएक्स की नई तकनीक में कम मरम्मत की आवश्यकता होती है और यह बार-बार री-एंट्री कर सकती है।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार:

NASA के ओरियन हीट शील्ड के मुद्दे

NASA का Artemis-II मिशन, जो ऐतिहासिक रूप से चंद्रमा के चारों ओर मानव मिशन भेजने के लिए था, अब देरी से 2026 में लॉन्च होगा। यह देरी ओरियन स्पेसक्राफ्ट के हीट शील्ड में तकनीकी समस्याओं के कारण हुई है। ओरियन के पिछले मिशन, Artemis-I में, जब स्पेसक्राफ्ट ने पृथ्वी के वायुमंडल में पुनः प्रवेश किया, तो हीट शील्ड के बाहरी परत से ज्यादा जलने वाला मटेरियल हटने का पता चला। इस क्षति ने मिशन के लिए सुरक्षा चिंताओं को जन्म दिया।

हीट शील्ड की समस्या का कारण

NASA ने इस नुकसान की जांच की और पाया कि हीट शील्ड की बाहरी परत में गैस के संचय ने आंतरिक दबाव को बढ़ा दिया था, जिससे दरारें और असमान रूप से जलने वाली सामग्री की समस्या उत्पन्न हुई। NASA के शोधकर्ताओं ने इसके समाधान के लिए लगभग 100 परीक्षण किए, ताकि भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके। वे अब Artemis-II के पुनः प्रवेश मार्ग को संशोधित करने का विचार कर रहे हैं, जिससे इन समस्याओं को कम किया जा सके।

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स्पेसएक्स की सफलता

स्पेसएक्स, जो अपनी स्टारशिप के लिए हीट शील्ड पर काम कर रहा है, ने इस क्षेत्र में सफलता प्राप्त की है। स्पेसएक्स की हीट शील्ड पारंपरिक जलने वाली सामग्री के बजाय एक विशेष सिरेमिक टाइल प्रणाली का उपयोग करती है। यह तकनीक अधिक तापमान सहन करने और कई बार पुनः प्रवेश करने की क्षमता रखती है, बिना बड़े पैमाने पर मरम्मत की आवश्यकता के।

स्पेसएक्स की यह तकनीक इस बात का प्रतीक है कि, उच्च तापमान का सामना करते हुए, भी इस प्रकार की सामग्री को लंबी अवधि तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

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NASA की भविष्य की योजना

NASA अभी भी अपने मिशन के लिए अपनी तकनीकी चुनौतियों का समाधान ढूंढ़ रहा है और आगामी चंद्र मिशन के लिए अपनी सुरक्षा प्रणालियों को और बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध है। हालांकि, वे विश्वास रखते हैं कि इन सुधारों के साथ वे चंद्रमा पर मानव मिशन भेजने के अपने लक्ष्य को सुरक्षित और सफल तरीके से पूरा करेंगे।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें:

  1. स्पेसएक्स ने स्टारशिप के लिए अधिक सक्षम और टिकाऊ हीट शील्ड तकनीक विकसित की है।
  2. NASA को ओरियन की हीट शील्ड से संबंधित समस्याओं को सुधारने के लिए अतिरिक्त समय की आवश्यकता है।
  3. NASA ने अपने Artemis-II मिशन के लिए पुनः प्रवेश मार्ग को संशोधित किया है।
  4. स्पेसएक्स की तकनीक पुनः प्रवेश के दौरान हीट शील्ड की मरम्मत की आवश्यकता को कम करती है।
  5. NASA का ध्यान भविष्य में चंद्रमा और मंगल मिशनों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने पर है।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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