आख़िर तक – एक नज़र में
ट्रम्प ने भारत पर आयात शुल्क बढ़ाने का संकेत दिया है। प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा होने की संभावना है। ट्रम्प प्रशासन भारत के उच्च शुल्क की आलोचना करता रहा है। अमेरिका, भारत के साथ व्यापार में समानता चाहता है। इस कदम से वैश्विक व्यापार में उथल-पुथल हो सकती है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बैठक से पहले “पारस्परिक शुल्क” पर एक रहस्यमय पोस्ट करके अटकलों को हवा दी है। ट्रम्प का यह कदम भारत पर आयात शुल्क बढ़ाने की दिशा में एक संकेत माना जा रहा है। आगामी बैठक में टैरिफ पर चर्चा होने की उम्मीद है। ट्रम्प प्रशासन लंबे समय से भारत द्वारा लगाए गए उच्च शुल्क की आलोचना करता रहा है।
ट्रम्प का मानना है कि भारत के उच्च शुल्क अमेरिकी आयात को प्रतिबंधित करते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि “हर देश पारस्परिक होगा”। उनका यह बयान प्रधानमंत्री मोदी की दो दिवसीय अमेरिका यात्रा से ठीक पहले आया है। ट्रम्प प्रशासन बार-बार भारत की टैरिफ नीतियों पर चिंता व्यक्त करता रहा है, यह तर्क देते हुए कि वे अमेरिकी आयात के लिए बाधाएं पैदा करते हैं।
ट्रम्प ने पहले ही मेक्सिको और कनाडा से आयातित उत्पादों पर 25 प्रतिशत और चीन से आयातित उत्पादों पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाने की घोषणा कर दी थी। उन्होंने इस बात पर जोर दिया है कि वह अमेरिका के लिए एक बेहतर व्यापारिक माहौल बनाना चाहते हैं। अमेरिकी सरकार का कहना है कि दूसरे देश अमेरिका पर ज़्यादा शुल्क लगाते हैं, जबकि अमेरिका पर कम, इसलिए अमेरिका अब हर देश पर बराबर शुल्क लगाएगा।
हालांकि, ट्रम्प ने मेक्सिको और कनाडा पर शुल्क लगाने पर 1 मार्च तक रोक लगा दी थी क्योंकि मेक्सिको और कनाडा ट्रम्प द्वारा उठाए गए अवैध आव्रजन और नशीली दवाओं की तस्करी के मुद्दों को संबोधित करने के लिए सहमत हो गए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस की अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद वाशिंगटन डीसी पहुंचे, जहां उन्होंने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता की। अमेरिका की उनकी यात्रा एक महत्वपूर्ण राजनयिक क्षण है। मोदी के साथ मुलाकात के दौरान व्यापार, रक्षा और रणनीतिक सहयोग सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी।
गुरुवार को मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की, जिसमें द्विपक्षीय संबंधों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई। आतंकवाद का मुकाबला करने और उभरते सुरक्षा खतरों को संबोधित करने में खुफिया सहयोग को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया गया।
मोदी टेस्ला के सीईओ एलोन मस्क और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइकल वाल्ट्ज से भी मिले।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
ट्रम्प ने भारत पर आयात शुल्क बढ़ाने का संकेत दिया है, जिसका असर दोनों देशों के व्यापार पर पड़ सकता है। यह मुद्दा मोदी और ट्रम्प के बीच बैठक का एक अहम हिस्सा होगा। ट्रम्प प्रशासन भारत के उच्च शुल्क को लेकर चिंतित है। ऐसे में, भारत के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण समय हो सकता है।
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