उत्तराखंड में छेड़छाड़ के आरोप में शिक्षक गिरफ्तार

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उत्तराखंड के हल्द्वानी में एक शिक्षक को 16 वर्षीय छात्रा से छेड़छाड़ और उसे अश्लील संदेश भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इस घटना ने स्थानीय जनता में आक्रोश फैला दिया है, जिसके बाद पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।

यह मामला तब सामने आया जब छात्रा के माता-पिता ने स्थानीय पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत की छात्रा ने बताया कि शिक्षक ने न केवल उसके साथ छेड़छाड़ की, बल्कि उसे व्हाट्सएप और स्नैपचैट पर अनुचित तस्वीरें भी भेजी थीं। इस घटना से छात्रा और उसके परिवार को गहरा आघात लगा, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया।

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पुलिस ने इस मामले में पॉक्सो (Protection of Children from Sexual Offenses) एक्ट और भारतीय दंड संहिता (BNS) की अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। हल्द्वानी के सर्कल ऑफिसर नितिन लोहानी ने कहा, “एक निजी स्कूल के शिक्षक ने छात्रा को सोशल मीडिया पर अश्लील संदेश भेजे थे। हमें शिकायत मिली है और जांच शुरू कर दी गई है। आरोपी शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच चल रही है।”

इस घटना की निंदा करते हुए युवा कांग्रेस नेता और सामाजिक कार्यकर्ता मिमांसा आर्या ने शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। आर्या ने कहा, “शिक्षक, जो समाज में आदर्श माना जाता है, ने एक जघन्य कार्य किया है। हम मांग करते हैं कि आरोपी शिक्षक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी शिक्षक ऐसी हरकत करने की हिम्मत न करे।”

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आर्या ने उत्तराखंड सरकार की भी आलोचना की और राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान के बावजूद ठोस कार्रवाई का अभाव है। उन्होंने आरोपियों को सख्त से सख्त सजा देने की मांग की और कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और ऐसे कृत्य को सजा मिलनी चाहिए।

यह घटना शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा और शिक्षकों के आचरण की सख्त निगरानी की आवश्यकता पर एक व्यापक चर्चा को प्रेरित कर रही है।

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