एक दुखद घटना में, कुवैत सिटी में एक अपार्टमेंट में आग लगने से केरल के एक भारतीय परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। शुक्रवार रात को हुई इस घटना ने कुवैत और भारत दोनों में भारतीय समुदाय को गहरे शोक में डाल दिया है। यह लेख घटना का विवरण, परिवार की पृष्ठभूमि, और आवासीय भवनों में अग्नि सुरक्षा के व्यापक प्रभावों पर प्रकाश डालता है।
घटना का विवरण
शुक्रवार रात को देर से, कुवैत सिटी के अब्बासिया क्षेत्र में स्थित एक अपार्टमेंट में आग लग गई। एसी में शॉर्ट सर्किट से लगी आग ने मैथ्यू मुलाक्कल, उनकी पत्नी लिनी अब्राहम और उनके दो बच्चों की जान ले ली। परिवार हाल ही में केरल से छुट्टी से वापस आया था और दूसरे मंजिल के अपार्टमेंट में रह रहे थे जब यह त्रासदी हुई।
कारण और जांच
- आग का कारण: प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, आग का कारण एसी में शॉर्ट सर्किट था।
- घटना का समय: आग शाम 8 बजे के आसपास लगी, जब परिवार संभवतः अपनी छुट्टी के बाद आराम कर रहा था।
- दमकल विभाग की प्रतिक्रिया: स्थानीय दमकल विभाग ने तुरंत प्रतिक्रिया दी लेकिन परिवार के सदस्यों की जान नहीं बचा सके।
परिवार की पृष्ठभूमि
मैथ्यू मुलाक्कल और लिनी अब्राहम कुवैत में भारतीय समुदाय के सम्मानित सदस्य थे।
- मैथ्यू मुलाक्कल: समाचार एजेंसी रॉयटर्स में काम करते थे।
- लिनी अब्राहम: अल अहमदी गवर्नरेट के अदन अस्पताल में स्टाफ नर्स थीं।
- बच्चे: दोनों बच्चे कुवैत में भवन्स स्कूल में पढ़ते थे।
परिवार केरल के अलप्पुझा जिले के नीरेट्टुपुरम से था और उन्हें सामुदायिक कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी के लिए जाना जाता था।
समुदाय की प्रतिक्रिया
कुवैत में भारतीय दूतावास ने इस दुखद नुकसान पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं। दूतावास ने आश्वासन दिया है कि वे केरल में परिवार के संपर्क में हैं और मृतकों के शवों की शीघ्र वापसी सुनिश्चित करेंगे।
- भारतीय दूतावास का बयान: दूतावास ने शोक संतप्त परिवार को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने का वादा किया है।
- सामुदायिक समर्थन: स्थानीय भारतीय समुदाय ने परिवार को समर्थन और संवेदनाएं व्यक्त करने के लिए एकजुटता दिखाई है।
व्यापक प्रभाव
यह दुखद घटना आवासीय भवनों में अग्नि सुरक्षा उपायों की कठोर आवश्यकता को उजागर करती है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां बड़ी संख्या में प्रवासी आबादी रहती है।
- पिछली घटनाएं: यह आग कुवैत में एक और विनाशकारी आग के कुछ ही दिनों बाद आई है, जिसमें 45 भारतीय नागरिकों की मौत हो गई थी।
- सुरक्षा उपाय: अधिकारियों से आग्रह किया जाता है कि वे कठोर अग्नि सुरक्षा नियम लागू करें और ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए नियमित रखरखाव जांच सुनिश्चित करें।
मैथ्यू मुलाक्कल, लिनी अब्राहम, और उनके दो बच्चों की असामयिक मृत्यु जीवन की नाजुकता और सुरक्षा उपायों के महत्व की दुखद याद दिलाती है। जैसे ही कुवैत और केरल में भारतीय समुदाय इस नुकसान का शोक मनाता है, यह आवश्यक है कि अधिकारी अग्नि सुरक्षा प्रोटोकॉल को बढ़ाने और भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें
Subscribe to get the latest posts sent to your email.