आखिर तक – इन शॉर्ट्स
- नाइम क़ासिम हिज़बुल्लाह के नए प्रमुख बने, पूर्व प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद।
- क़ासिम ने इज़राइल-हिज़बुल्लाह संघर्ष में दृढ़ता दिखाई और कहा कि हिज़बुल्लाह कभी पहले रोने वाला नहीं।
- क़ासिम शिया विद्वानों के बीच प्रभावशाली हैं, और हिज़बुल्लाह के अंदरूनी कामों में सक्रिय रूप से शामिल रहे हैं।
आखिर तक – इन-डेप्थ
नाइम क़ासिम, जिन्हें हिज़बुल्लाह का “नंबर दो” कहा जाता है, को पूर्व प्रमुख हसन नसरल्लाह की मौत के बाद संगठन का नया प्रमुख चुना गया। क़ासिम ने अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति में इज़राइल के साथ संघर्ष को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई।
सालों से हिज़बुल्लाह के प्रभावी सदस्यों में शामिल क़ासिम ने कई शिया विद्वानों के साथ मिलकर संगठन की बुनियाद को मजबूत किया है। वह हिज़बुल्लाह के शूरा काउंसिल में अहम भूमिका निभाते हैं, जहां वह संगठन के राजनीतिक और सैन्य कार्यों को संचालित करते हैं। हिज़बुल्लाह.org के अनुसार, क़ासिम की पृष्ठभूमि में केमिस्ट्री और इस्लामी शिक्षा का मेल उन्हें संगठन के अंदर विशेष पहचान देता है। उन्होंने “हिज़बुल्लाह: द स्टोरी फ्रॉम विदिन” नामक किताब भी लिखी है, जो हिज़बुल्लाह के इतिहास और विचारधारा को दर्शाती है।
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