आख़िर तक – एक नज़र में
- लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी सलमान रहमान खान को रवांडा से प्रत्यर्पित किया गया।
- सीबीआई ने एनआईए और इंटरपोल के सहयोग से यह ऑपरेशन किया।
- खान पर बेंगलुरु में आतंकी मॉड्यूल को फंड और हथियार मुहैया कराने का आरोप है।
- इस मामले की शुरुआत बेंगलुरु पुलिस द्वारा हथियारों की बरामदगी से हुई थी।
- सीबीआई ने इस साल 26 अपराधियों को प्रत्यर्पित किया है।
आख़िर तक – विस्तृत समाचार
ऑपरेशन की जानकारी
लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े आतंकी सलमान रहमान खान को हाल ही में रवांडा से प्रत्यर्पित किया गया। यह प्रत्यर्पण सीबीआई के ग्लोबल ऑपरेशन सेंटर, एनआईए और इंटरपोल के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।
क्या हैं आरोप?
सलमान रहमान खान पर भारत में आतंकी फंडिंग, हथियार सप्लाई, और आतंकवादी संगठन का सदस्य होने का आरोप है। वह बेंगलुरु स्थित आतंकी मॉड्यूल्स को हथियार और गोला-बारूद मुहैया कराने में शामिल था।
मामले की पृष्ठभूमि
बेंगलुरु सेंट्रल जेल में पिछले साल छापेमारी के दौरान सात पिस्तौल, चार ग्रेनेड, और 45 जिंदा कारतूस बरामद हुए थे। जांच में खुलासा हुआ कि यह हथियार लश्कर के नेटवर्क का हिस्सा थे। एनआईए ने 2023 में मामला दर्ज किया और खान को मुख्य ऑपरेटिव के रूप में पहचाना।
सीबीआई की भूमिका
सीबीआई ने अगस्त में इंटरपोल से रेड नोटिस जारी करवाया और खुफिया इनपुट्स के आधार पर खान को रवांडा में ट्रैक किया।
आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें
- सलमान रहमान खान लश्कर का मुख्य ऑपरेटिव था।
- उसे सीबीआई ने रवांडा से प्रत्यर्पित किया।
- बेंगलुरु में आतंकी मॉड्यूल को हथियार सप्लाई का आरोप।
- मामला एनआईए द्वारा जांच के अधीन है।
- सीबीआई ने इस साल 26 अपराधियों को प्रत्यर्पित किया।
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