हिंदू राष्ट्रवाद और खालिस्तानी उग्रवाद: ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों पर रिपोर्ट

आख़िर तक
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हिंदू राष्ट्रवाद और खालिस्तानी उग्रवाद: ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा खतरों पर रिपोर्ट

आख़िर तक – एक नज़र में

  1. एक लीक हुई रिपोर्ट में ब्रिटेन के गृह कार्यालय ने हिंदू राष्ट्रवाद और खालिस्तानी उग्रवाद को उभरते खतरे के रूप में चिन्हित किया।
  2. हिंदुत्व को पहली बार ब्रिटेन में उग्रवादी विचारधारा के रूप में स्वीकार किया गया है।
  3. खालिस्तानी उग्रवाद को भी ब्रिटेन में राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे के रूप में बताया गया है।
  4. यह रिपोर्ट ब्रिटेन में 2022 में हुए लीसेस्टर दंगों के संदर्भ में तैयार की गई है।
  5. गृह कार्यालय मंत्री डैन जार्विस ने इस रिपोर्ट को “पुरानी नीति” बताया और इसे नई नीति नहीं माना।

आख़िर तक – विस्तृत समाचार

ब्रिटेन में हिंदू राष्ट्रवाद और खालिस्तानी उग्रवाद का खतरा एक गंभीर मुद्दा बन गया है, जैसा कि 2024 के अंत में लीक हुई गृह कार्यालय की रिपोर्ट से पता चलता है। इस रिपोर्ट ने हिंदू राष्ट्रवाद (हिंदुत्व) को पहली बार ब्रिटेन में एक “उग्रवादी विचारधारा” के रूप में चिन्हित किया। इसके अलावा, खालिस्तानी उग्रवाद को भी ब्रिटेन के राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे के रूप में पहचाना गया है। इस रिपोर्ट में कुल नौ उभरते हुए खतरों का उल्लेख किया गया है, जिनमें यह दोनों प्रमुख हैं।

हिंदू राष्ट्रवाद और खालिस्तानी उग्रवाद: उभरते हुए खतरों की पहचान

ब्रिटेन में 2022 के लीसेस्टर दंगों के बाद हिंदू राष्ट्रवाद के खिलाफ बढ़ती चिंताओं ने इसे राष्ट्रीय सुरक्षा खतरे के रूप में प्रस्तुत किया। इस दंगे में हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच हिंसक झड़पें हुई थीं। ये दंगे भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद हुए थे, जो ब्रिटेन में रहने वाले दक्षिण एशियाई समुदाय के बीच तनाव का कारण बने।

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खालिस्तानी उग्रवादियों के बीच भड़काऊ भाषणों और सिख समुदायों के खिलाफ मुस्लिम समुदायों को उकसाने वाली नफरत भरी प्रचार सामग्री का प्रसार भी इस रिपोर्ट में प्रमुख रूप से उठाया गया है। खालिस्तानी विचारधारा को बढ़ावा देने वाले लोगों के बयान ने ब्रिटेन में सांप्रदायिक संघर्ष को और उकसाया है।

ब्रिटेन के साम्प्रदायिक दृष्टिकोण से समस्याएँ

गृह कार्यालय द्वारा जारी किए गए लीक दस्तावेज में बताया गया है कि खालिस्तानी उग्रवादियों ने मुस्लिम समुदायों के खिलाफ अज्ञात आरोपों की जांच करने का मुद्दा उठाया है। इसके अतिरिक्त, ब्रिटेन और भारत के बीच रिश्तों पर भी आरोप लगाए गए हैं, जिनका उद्देश्य खालिस्तानी नेताओं को निशाना बनाना और हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देना है।

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हिंदू राष्ट्रवाद की चिंता को लेकर भी हाल ही में गृह कार्यालय के मंत्री डैन जार्विस ने स्पष्ट किया कि यह रिपोर्ट “पुरानी नीति” का हिस्सा है और इसे कभी भी नई नीति के रूप में स्वीकार नहीं किया जाएगा।


आख़िर तक – याद रखने योग्य बातें

ब्रिटेन के गृह कार्यालय द्वारा प्रस्तुत लीक रिपोर्ट में हिंदू राष्ट्रवाद और खालिस्तानी उग्रवाद को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा बताया गया है। खालिस्तानी उग्रवादियों द्वारा सांप्रदायिक संघर्ष को बढ़ावा देना और हिंदू राष्ट्रवाद के उग्रवादियों के बीच बढ़ती सक्रियता यह दोनों ही ब्रिटेन के समक्ष बढ़ी हुई चिंता का विषय बने हुए हैं।

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आख़िर तक मुख्य संपादक
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