भारत-चीन सैन्य वार्ता में देरी, 7 महीने से कोई बैठक नहीं

आख़िर तक
3 Min Read
भारत ने लद्दाख में चीन द्वारा नए काउंटियों की स्थापना का कड़ा विरोध किया

भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर चल रही उच्चस्तरीय सैन्य वार्ता में 7 महीनों से कोई नई बैठक नहीं हुई है। 19 फरवरी 2024 को हुई 21वीं कमांडर स्तरीय वार्ता के बाद से कोई भी महत्वपूर्ण सैन्य बैठक नहीं हुई है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने की संभावनाएँ बढ़ गई हैं।

भारत और चीन के बीच संबंध 2020 के गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष के बाद से निम्नतम स्तर पर हैं। तब से दोनों देशों ने सीमा पर तनाव कम करने के लिए कई दौर की वार्ता की है, लेकिन तात्कालिक समाधान नहीं हो पाया है। फरवरी 2021 में दोनों देशों के बीच सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया शुरू हुई, लेकिन यह पूरी तरह से सफल नहीं रही।

- विज्ञापन -

हालांकि, दोनों देशों के बीच कुछ नियमित स्तर की बातचीत चल रही है, जैसे कि वर्किंग मैकेनिज्म फॉर कंसल्टेशन एंड कोऑर्डिनेशन (WMCC) के तहत, लेकिन उच्चस्तरीय सैन्य वार्ता की कमी ने विशेषज्ञों के बीच चिंता पैदा कर दी है।

सेना के सेवानिवृत्त मेजर जनरल अशोक कुमार के अनुसार, प्रारंभिक प्रगति के बावजूद वार्ता कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों जैसे देपसांग प्लेन और डेमचोक में ठहर गई है। उनका मानना है कि दोनों देश इस समय उच्च राजनीतिक हस्तक्षेप की प्रतीक्षा कर रहे हैं, ताकि जमीनी स्तर पर कोई ठोस समाधान निकाला जा सके।

- विज्ञापन -

हाल ही में, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इस बात पर जोर दिया कि भले ही कुछ प्रगति हुई हो, लेकिन गश्त के अधिकार और पूरी तरह से तनाव कम करने जैसे मुद्दे अभी भी सुलझाए नहीं गए हैं।

यदि उच्चस्तरीय वार्ता में देरी जारी रहती है, तो इससे क्षेत्रीय स्थिरता पर गंभीर प्रभाव पड़ सकते हैं। भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच अब तक हुई प्रमुख कमांडर स्तरीय वार्ताओं की समयरेखा इस प्रकार है:

- विज्ञापन -
  1. 6 जून 2020
  2. 22 जून 2020
  3. 30 जून 2020
  4. जुलाई 2020
  5. अगस्त 2020
  6. सितंबर 2020
  7. अक्टूबर 2020
  8. नवंबर 2020
  9. जनवरी 2021
  10. फरवरी 2021
  11. अप्रैल 2021
  12. जुलाई 2021
  13. अक्टूबर 2021
  14. जनवरी 2022
  15. मार्च 2022
  16. जुलाई 2022
  17. दिसंबर 2022
  18. अप्रैल 2023
  19. अगस्त 2023
  20. अक्टूबर 2023
  21. फरवरी 2024

Discover more from पाएं देश और दुनिया की ताजा खबरें

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

author avatar
आख़िर तक मुख्य संपादक
Share This Article
कोई टिप्पणी नहीं

प्रातिक्रिया दे

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य स्मार्टफोन की जासूसी से बचें